थाइलैंड के दोनों नागरिकों के पासपोर्ट व वीजा सही
पटना : पटना एयरपोर्ट पर 1.20 करोड़ रुपये के साथ पकड़े गये थाइलैंड नागरिकों सुचाई परिथान व प्रिनिया बॉगसांग बूंग के मामले में उनके संगठन की महिला सदस्य व थाइलैंड की नागरिक सुतासिनी और उसकी मां पक्ष में उतर आयी हैं. उन्होंने पैसों के सही होने के संबंध में दस्तावेज एसएसपी को सौंपा है. इधर, […]
पटना : पटना एयरपोर्ट पर 1.20 करोड़ रुपये के साथ पकड़े गये थाइलैंड नागरिकों सुचाई परिथान व प्रिनिया बॉगसांग बूंग के मामले में उनके संगठन की महिला सदस्य व थाइलैंड की नागरिक सुतासिनी और उसकी मां पक्ष में उतर आयी हैं. उन्होंने पैसों के सही होने के संबंध में दस्तावेज एसएसपी को सौंपा है. इधर, दोनों थाइलैंड नागरिकों का पासपोर्ट व वीजा भी सही पाया गया है.
इस बात की पुष्टि थाइलैंड दूतावास ने कर दी है. दोनों महिला गुरुवार को भी उक्त केस के संबंध में एसएसपी मनु महाराज से मिलने पहुंची थीं, लेकिन उनकी मुलाकात एसएसपी से नहीं हो पायी. वे एसएसपी से जल्द से जल्द कोर्ट को केस डायरी भेजने की गुहार लगाने आयी थी. सुतासिनी ने बताया कि उनके संगठन का गया में शांति को लेकर बड़ा कार्यक्रम था और उसी कार्यक्रम में दान देने के लिए ये पैसे लखनऊ से लाये गये थे. ये पैसे संगठन की 277 महिला सदस्य व 30 पुरुष सदस्यों ने दिये थे.
उन्होंने खुद 65 हजार रुपये दिये थे और इससे संबंधित दस्तावेज उनके पास उपलब्ध हैं और इसे एसएसपी को दे दिया गया है. उन्होंने कहा कि सिविल कोर्ट में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गयी है. पुलिस की प्रक्रिया में देर होने के कारण जमानत मिलने में कठिनाई हो रही है. उन्होंने बताया कि उनलोगों को जेल भेजने की जानकारी नहीं थी. दूतावास से उन्हें इस बात की जानकारी मिली और तमाम दस्तावेज के साथ वे पटना पहुंचे और एसएसपी को उक्त दस्तावेज सौंप दिये हैं. उक्त दस्तावेज में जिन-जिन लोगों से चंदा लिये गये थे, उसकी रसीद व अन्य कागजात सौंपे गये हैं. वहीं, एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है.
फर्जीवाड़ा के आरोप में भेजा गया था जेल
दोनों थाइलैंड नागरिक सुचाई परिथान व प्रिनिया बॉगसांग बूंग को पटना एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ की टीम ने एक करोड़ 20 लाख रुपये के साथ पकड़ा था. इस संबंध में उनसे जब पैसों के संबंध में दस्तावेज मांगे गये, तो वे इसे उपलब्ध नहीं करा पाये. इसके बाद एयरपोर्ट थाने में फर्जीवाड़ा की प्राथमिकी दर्ज कर तीन दिसंबर को दोनों को जेल भेज दिया गया. वे दोनों यूपी के श्रावास्ती में किसी बौद्धिस्ट संगठन से जुड़े हैं.