मिट्टी में मिल जाऊंगा पर फिर भाजपा का साथ नहीं लूंगा: नीतीश
पटना: विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण के दौरान भाजपा की टोका-टाकी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि सुशील मोदी ने ही गंठबंधन को लेकर नितिन गडकरी के साथ बैठक का समय तय कराया था. एक वरिष्ठ नेता के आवास पर उन्होंने मेरी बैठक तय करायी […]
पटना: विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद भाषण के दौरान भाजपा की टोका-टाकी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि सुशील मोदी ने ही गंठबंधन को लेकर नितिन गडकरी के साथ बैठक का समय तय कराया था. एक वरिष्ठ नेता के आवास पर उन्होंने मेरी बैठक तय करायी थी. जब बात नहीं बनी, तब गंठबंधन टूटा. कौन चाहता था कि गंठबंधन टूटे.
भाजपा के लोग भी नहीं चाहते थे गंठबंधन तोड़ना. हमने सिद्धांतों पर चल कर गंठबंधन तोड़ने का यह फैसला लिया. मिट्टी में मिल जाऊंगा, पर दोबारा भाजपा का साथ नहीं लूंगा. उन्होंने भाजपा को चुनौती दी कि यदि ताकत है, तो वह अविश्वास प्रस्ताव ला कर सरकार गिरा दे.
दोपहर बाद राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वासघात मैंने नहीं, भाजपा ने किया. 17 वर्षो के बाद यह घटना घटी. मुंगेर ब्रिज निर्माण में अटल जी की चर्चा करने की बात भाजपा के नेता कर रहे हैं. मैं मानता हूं कि वे हमारे नेता थे. मुंगेर में पुल निर्माण की योजना उन्हीं के कार्यकाल में स्वीकृत हुई थी. अभी मैं मुख्यमंत्री हूं.
राज्य की किसी भी योजना का उद्घाटन होता है, तो उसमें मेरा नाम जाने पर भाजपा नेताओं को आपत्ति क्यों हो रही है? एलके आडवाणी ने भी फोन कर मुङो आश्वस्त किया था कि गंठबंधन शर्तो के अनुसार जारी रहेगा. भाजपा के नेता बार-बार कह रहे हैं कि हमारी सरकार अल्पमत की सरकार है. उन्होंने भाजपा को अविश्वास प्रस्ताव लाने की चुनौती दी और कहा कि वे इसके लिए किसी भी दिन तैयार हैं. भाजपा में यदि ताकत है, तो हमारी सरकार गिरा दें.
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने आज तक भाजपा पर कोई दोषारोपण नहीं किया है. मैंने नीति विषयक विरोध किया है. भाजपा के कुप्रचार के बावजूद बिहार में जदयू की सरकार चल रही है. भाजपा को तो सदन में विपक्ष की कुरसी पर भी बैठने का अधिकार नहीं है. वह साथ चुनाव लड़ी थी. विपक्ष की कुरसी पर राजद को बैठना चाहिए था. नंद किशोर यादव तो तकनीकी स्तर पर प्रतिपक्ष के नेता हैं. उनकी अपनी पीड़ा है, जिसका इलाज हमारे पास नहीं है. भाजपा झूठ की खेती कर रही है. असत्य और अफवाहों का सहारा ले रही है. किसी मंत्री पर झूठा आरोप लगाना उसकी घिनौनी प्रवृत्ति का परिचायक है. उन्होंने नरेंद्र मोदी का नाम लिये बिना कहा कि लड़ाई तो ऊपर की है, यहां की नहीं. भाजपा विधायकों की ओर इशारा कर उन्होंने कहा कि आपको तो यहीं रहना है.
..तो 2000 में सत्ता में रहता
विधानसभा में मुख्यमंत्री की चुनौती के जवाब में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव ने कहा कि आप तो जुगाड़ टेक्नोलॉजी में माहिर हैं, तो नीतीश कुमार ने कहा कि मैं जुगाड़ टेक्नोलॉजी में माहिर होता, तो 2000 में मैं सत्ता में रहता.
लाइ डिटेक्टर टेस्ट करवा लिया जाये
विधान परिषद में मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा नेता ज्यादा खंडन न करें. इतना दिन ङोलने के बाद हम बोल रहे हैं. अब तो मीडिया की एक कमेटी बना देते हैं और लाइ डिटेक्टर टेस्ट करवा लिया जाये कि कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ बोल रहा है. लाइ डिटेक्टर टेस्ट के नाम से ही झूठ बोलनेवालों को पसीना आने लगेगा और झूठ बोलने पर उनकी झूठ भी पकड़ी जायेगी.