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फर्जी तरीके से नहीं दे सकेंगे बोर्ड की परीक्षा पटना : मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के उद्देश्य से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दोबारा से रजिस्ट्रेशन की जांच करवा रही है. मैट्रिक परीक्षा 2017 के लिए 15,12,500 और इंटर में 10,45,700 परीक्षार्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. ऐसे में रजिस्ट्रेशन […]
फर्जी तरीके से नहीं दे सकेंगे बोर्ड की परीक्षा
पटना : मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में फर्जीवाड़े पर रोक लगाने के उद्देश्य से बिहार विद्यालय परीक्षा समिति दोबारा से रजिस्ट्रेशन की जांच करवा रही है. मैट्रिक परीक्षा 2017 के लिए 15,12,500 और इंटर में 10,45,700 परीक्षार्थियों ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया है. ऐसे में रजिस्ट्रेशन किये गये सभी परीक्षार्थी सही हैं या नहीं, अब इनकी जांच की जानी है. इसके लिए समिति की आेर से सभी जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखकर इसकी दोबारा से जांच कराने का निर्देश दिया है.
दो स्तरों पर होगी जांच : इसके लिए स्कूलों के प्रधानाध्यापकाें को स्कूल के सभी बच्चों की सूची तैयार करनी है. उस सूची पर प्रधानाध्यापक का साइन और मुहर भी लगा होगा. यह सूची प्रत्येक विद्यालय जिला कार्यालय में भेजेंगे. सभी स्कूलों से जमा परीक्षार्थियाें की सूची 22 दिसंबर तक जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा समिति के वेबसाइट www.bsebbihar.com पर भेजी जानी है. इसके बाद भी विद्यालय के छात्र विवरणी में किसी प्रकार की गलती पायी जाती है, तो प्रधानाध्यापक जिम्मेवार होंगे.
देना होगा सेेंटअप परीक्षा का अंक पत्र : कोई परीक्षार्थी केवल रजिस्ट्रेशन के आधार पर परीक्षा नहीं दे सकेगा.
इसके लिए उसे विद्यालय द्वारा जी जाने वाली सेंटअप परीक्षा का रिजल्ट भी दिखाना होगा. इसी के आधार पर बच्चों को एडमिट कार्ड का दिया जायेगा. बोर्ड की ओर से एक हफ्ते में बोर्ड परीक्षा आवेदन फॉर्म की तिथि भी घोषित की जानी है. इसके लिए बोर्ड की ओर से तैयारी की जा रही है.