सेना में बहाली करने वाले रैकेट में शामिल दो जवानों के नाम उजागर
पटना/दानापुर : सेना बहाली व प्रतियोगिता परीक्षाओं में सेटिंग करनेवाले गिरोह के तार सेनाकर्मियों से भी जुड़े हुए है. इस मामले में दानापुर में कार्यरत सेना के दो जवानों देवले और शेखर का नाम पुलिस के सामने आया है और अब उन दोनों की गिरफ्तारी हो सकती है. सेना भर्ती में सेटिंग करने में इन […]
पटना/दानापुर : सेना बहाली व प्रतियोगिता परीक्षाओं में सेटिंग करनेवाले गिरोह के तार सेनाकर्मियों से भी जुड़े हुए है. इस मामले में दानापुर में कार्यरत सेना के दो जवानों देवले और शेखर का नाम पुलिस के सामने आया है और अब उन दोनों की गिरफ्तारी हो सकती है. सेना भर्ती में सेटिंग करने में इन दोनों की अहम भूमिका पुलिस के समक्ष आयी है.
पुलिस ने इस मामले में गिरोह के सरगना मुन्ना सिंह, नीतीश कुमार, राहुल कुमार, विक्की कुमार व सतीश कुमार को गिरफ्तार किया था. इसके बाद इन सभी का कॉल डिटेल पुलिस ने निकाला तो शेखर व देवले के मोबाइल से कई बार बात होने की जानकी पुलिस को
मिली है.
इसके साथ ही पकड़े गये गिरोह के सदस्यों ने भी इन दोनों के नामों का खुलासा पुलिस के समक्ष किया है. जिसके कारण अब पटना पुलिस अब उन दोनों को गिरफ्तार कर सकती है और पूछताछ कर सकती है. इसके साथ ही सेना भरती में सक्रिय कई दलालों के नाम भी पुलिस के समक्ष आये है, जो गिरोह का अभ्यर्थी उपलब्ध कराते थे. उन सभी को भी पकड़ने के लिए छापेमारी जारी है.
दानापुर में सेना भरती बहाली के लिए सेटिंग करनेवाले गिरोह के सरगना मुन्ना व अन्य के खातों को खंगालने में पुलिस जुट गयी है. पुलिस ने इस संबंध में संबंधित बैंक से खाता के संबंध में ब्योरा मांगा है. पुलिस को उनके कई खातों के संबंध में जानकारी मिलने के बाद अनुसंधान में काफी मदद मिल रही है.
इस गिरोह द्वारा बीएसएससी की परीक्षा प्रश्न पत्र आउट करने की भी सेटिंग की जा रही थी और गुरूजी नाम के व्यक्ति से प्रश्न पत्र लेने की बात हो रही थी. लेकिन रविवार को परीक्षा होने के बाद कई जगहों से प्रश्न पत्र लिक होने की खबर भी रविवार को काफी चर्चा में रही और अब यह संभावना जतायी जा रही है कि गुरूजी उर्फ अमिताभ ने दूसरे गिरोह के माध्यम से पर्चा लिक करने में सफलता पा ली है.
अब पुलिस का सारा ध्यान गुरूजी उर्फ अमिताभ की ओर है, लेकिन पकड़े गये गिरोह के सदस्य उसके संबंध में कुछ भी नहीं बता पा रहे है. पुलिस को केवल उसका दो मोबाइल मिला है, जो फिलहाल स्विच ऑफ हो चुका है और उसके नाम व पता का सत्यापन किया जा रहा है. लेकिन उन दो मोबाइलों के नाम व पता भी गलत आइडी कार्ड पर लिये जाने की पुलिस पूरी संभावना जता रही है.