11 दिवसीय नालंदा पुस्तक मेले की हुई शुरुआत

बिहारशरीफ (नालंदा). पुस्तक संस्कृति के विकास में भारतीय शिक्षा संस्कृति महोत्सव सह नालंदा पुस्तक मेला मील का पत्थर साबित होगा. आज लोग किताबों से दूर होते जा रहे हैं. ये बातें बिहार राज्य सार्वजनिक पुस्तकालय प्राधिकार के अध्यक्ष डॉ राम बचन राय ने स्थानीय श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में महाशिवरात्रि एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 27, 2014 10:24 PM
बिहारशरीफ (नालंदा).
पुस्तक संस्कृति के विकास में भारतीय शिक्षा संस्कृति महोत्सव सह नालंदा पुस्तक मेला मील का पत्थर साबित होगा. आज लोग किताबों से दूर होते जा रहे हैं. ये बातें बिहार राज्य सार्वजनिक पुस्तकालय प्राधिकार के अध्यक्ष डॉ राम बचन राय ने स्थानीय श्रम कल्याण केंद्र के मैदान में महाशिवरात्रि एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती की 125वीं जयंती के अवसर पर गुरुवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास द्वारा आयोजित 11 दिवसीय नालंदा पुस्तक मेले के उद्घाटन समारोह में कहीं. उन्होंने कहा कि न्यास द्वारा चलाये जा रहे जन अभियान को पुस्तकालय प्राधिकार हर संभव मदद करेगा. पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री सुरेंद्र प्रसाद तरुण ने कहा कि पुस्तक संस्कृति के लिए नालंदा पूरी दुनिया में विख्यात है. उन्होंने गांव-गांव में पुस्तकालय खोलने पर जोर देते हुए कहा कि आज लोग पुस्तकालय से दूर होते जा रहे हैं. देश के जाने-माने व्यंगकार पंकज गिरीश ने कहा कि किताबें ही हमें देश, समाज और संस्कृति को बाजारवाद से मुक्ति दिलाती हैं. आज लोग शिक्षा और संस्कृति से कटते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पुस्तक संस्कृति को फैलाने का एक सशक्त माध्यम नाट्यकला है. आइडिया थियेटर के निदेशक मुजीब खान ने कहा कि संस्कृति को अक्षुण्ण बनाये रखने में प्रेमचंद का योगदान भुलाया नहीं जा सकता है. न्यास के अध्यक्ष एवं पुस्तक मेले के आयोजक नीरज कुमार ने कहा कि पुस्तक संस्कृति अपनाने के बाद ही छात्रों व युवाओं का विकास संभव है. इसके पूर्व नालंदा पुस्तक मेले का उद्घाटन पूर्व मंत्री एसपी तरुण, आइडिया थियेटर के निदेशक मुजीब खान, व्यंगकार पंकज गिरिश ने किया. इस मौके पर शांति निकेतन के प्रो सुभाष राय, नालंदा कॉलेज के प्राचार्य डॉ आरके मजुमदार, कवि शंकर कैमुरी, आरपीएस के प्राचार्य अरविंद कुमार सिंह, वरीय नागरिक संघ के अध्यक्ष एन शर्मा, कैरियर पब्लिक स्कूल के प्राचार्य डॉ संजय कुमार, शिक्षक संघ के गणोश शंकर पांडेय, फिल्म निर्देशक पंकज नारायण आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version