मई, 2015 में बबुरा-डोरीगंज पुल का होगा शुभारंभ : सीएम
आरा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दो-ढाई साल में राज्य के सभी गांवों में बिजली मुहैया करा दी जायेगी. 22 फरवरी को इस परियोजना की शुरुआत हो गयी है. वहीं, 250 की आबादीवाले सभी गांवों को पक्की सड़क से जोड़ दिया जायेगा. इसके लिए सरकार ने 1400 करोड़ रुपये का इंतजाम कर काम शुरू […]
आरा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि दो-ढाई साल में राज्य के सभी गांवों में बिजली मुहैया करा दी जायेगी. 22 फरवरी को इस परियोजना की शुरुआत हो गयी है. वहीं, 250 की आबादीवाले सभी गांवों को पक्की सड़क से जोड़ दिया जायेगा. इसके लिए सरकार ने 1400 करोड़ रुपये का इंतजाम कर काम शुरू कर दिया है. उन्होंने घोषणा की कि बबुरा-डोरीगंज के बीच गंगा पर बन रहे मेगा पुल को मई, 2015 में जनता के लिए खोल दिया जायेगा. वह गुरुवार को बड़हरा प्रखंड के मौजमपुर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में महुली घाट से सिताब दियारा घाट के बीच नये पीपा पुल के शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पीपा पुल का निर्माण होने से उत्तर प्रदेश और बिहार के छपरा के 18 गांवों और 22 टोलों का सीधा संपर्क आरा से हो जायेगा. उन्होंने कहा कि हम सिर्फ पुल नहीं बनाते, बल्कि समाज में विश्वास का भी सेतु बनाते हैं. 2005 में मेरी सरकार बनने के बाद सिर्फ पुल निर्माण निगम ने 1200 पुलों का निर्माण कराया है. जबकि 1975 में पुल निर्माण निगम की स्थापना हुई थी. तब से 2005 तक सिर्फ 300 पुलों का निर्माण कार्य कराया गया था. वर्तमान सरकार में सभी एजेंसियों को मिला कर 12 हजार पुलों का निर्माण कराया गया है. बिहार को पहले नरसंहार को लेकर जाना जाता था. लेकिन आज विकास व सुशासन के लिए जाना जाता है. बिहार का चर्चा देश में विकास, भाईचारा, सांप्रदायिक सौहार्द और शिक्षा में हो रहे तेजी से सुधार को लेकर भी हो रहा है.
मुख्यमंत्री ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग करते हुए कहा कि पिछले वर्ष बिहार के 1 करोड़ 18 लाख लोगों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन राष्ट्रपति को सौंपा था. पटना से लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली की गयी. फिर भी केंद्र सरकार ने आज तक बिहार को विशेष दर्जा नहीं दिया गया. उन्होंने लोगों से विशेष दर्जे की मांग के समर्थन में 28 फरवरी को मशाल जुलूस और एक मार्च को प्रभात फेरी निकालने व शाम 7:00 शाम से 7:05 बजे तक थाली पीटने का आग्रह किया. वहीं दो मार्च को कार्य बहिष्कार कर सत्याग्रह आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया. मुख्यमंत्री ने रिमोट से पीपा पुल का शिलान्यास किया. पीपा पुल निर्माण कार्य पर 15.96 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. इस मौके पर खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्याम रजक, बड़हरा के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, सांसद मीना सिंह, पूर्व मंत्री श्रीभगवान सिंह कुशवाहा और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव अंजनी कुमार सिंह मौजूद थे.