अतिक्रमण हटाने गयी पुलिस व मजिस्ट्रेट पर पथराव, सीओ समेत पांच हुए जख्मी
दुस्साहस. हाइकोर्ट के आदेश पर विजयपुरा गयी थी पुलिस की टीम बल प्रयोग करने पर रोड़ेबाजी कर खदेड़ा मसौढ़ी : पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में बुधवार को अतिक्रमण हटाने धनरूआ प्रखंड के विजयपुरा गये प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों व पुलिस को अतिक्रमणकारियों के समर्थकों ने गांव में घुसने नहीं दिया. जब पुलिस ने बल […]
दुस्साहस. हाइकोर्ट के आदेश पर विजयपुरा गयी थी पुलिस की टीम
बल प्रयोग करने पर रोड़ेबाजी कर खदेड़ा
मसौढ़ी : पटना उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में बुधवार को अतिक्रमण हटाने धनरूआ प्रखंड के विजयपुरा गये प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों व पुलिस को अतिक्रमणकारियों के समर्थकों ने गांव में घुसने नहीं दिया. जब पुलिस ने बल प्रयोग कर गांव में घुसने का प्रयास किया, तो उन्होंने रोड़ेबाजी कर उन्हें खदेड़ दिया.
रोड़ेबाजी में धनरूआ की सीओ व चार पुलिसकर्मी चोटिल हो गये. बाद में सीओ कुमारी अनुकंपा ने एक नामजद समेत करीब 200 अज्ञात लोगों के खिलाफ धनरूआ थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने नामजद आरोपित विजयपुरा गांव के अशोक शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है.
मिली जानकारी के मुताबिक एमजेसी, वाद संख्या 4241/16 के मामले में पटना उच्च न्यायालय ने प्रशासन को धनरूआ प्रखंड के विजयपुरा गांव में गैरमजरूआ भूमि से अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया था. न्यायालय के इस आदेश के आलोक में एसडीओ ने अनुमंडल के कार्यपालक दंडाधिकारी शशि कुमार सिंह, डीसीएलआर शिवरंजन, नगर पर्षद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रह्लाद लाल और धनरूआ की सीओ कुमारी अनुकंपा को दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त किया था और उन्हें अतिक्रमणहटाने का आदेश दिया था.
इधर, बुधवार को प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी और धनरूआ तथा भगवानगंज की पुलिस जेसीबी मशीन के साथ अतिक्रमण हटाने विजयपुरा गांव गयी, लेकिन गांव से करीब 500 गज पहले ही धनरूआ-विजयपुरा पथ को अतिक्रमणकारियों के समर्थकों, जिसमें महिलाओं की तादाद अधिक थी ने सड़क जाम कर दिया.
दंडाधिकारियों व पुलिस ने उन्हें समझाने और सड़क से हट जाने का आग्रह किया, लेकिन वे हटने को तैयार नहीं थे. उनका आरोप था कि जब विजयपुरा में दर्जनों लोगों ने गैरमजरूआ भूमि पर अतिक्रमण कर रखा है, तो फिर केवल चार लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई क्यों की जा रही है.
जब पुलिस बल प्रयोग कर गांव में घुसने का प्रयास करने लगी, तो ग्रामीण उग्र हो गये और उन्होंने दंडाधिकारी व पुलिस पर रोड़े और पत्थर बरसाने शुरू कर उन्हें खदेड़ दिया. रोड़ेबाजी में धनरूआ की सीओ कुमारी अनुकंपा, धनरूआ थाना के सहायक अवर निरीक्षक अरुण कुमार सिंह व तीन पुलिसकर्मी चोटिल हो गये. बाद में सीओ ने एक ज्ञात व करीब 200 अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी. इस बीच सीओ ने बताया कि इस घटना के पीछे गैरमजरूआ भूमि को अतिक्रमित कर उसकी चहारदीवारी कर रखे विजयपुरा गांव के रामपुकार सिंह का हाथ है .
क्या है मामला
धनरूआ की सीओ कुमारी अनुकंपा ने बताया कि विजयपुरा गांव के सुनील शर्मा, भोला ठाकुर व राजदेव सिंह ने गैरमजरूआ भूमि को अतिक्रमित कर उस पर घर बना रखा है, जबकि गांव के ही रामपुकार सिंह ने गैरमजरूआ भूमि पर कब्जा कर चहारदीवारी कर रखी है. उन्होंने बताया कि गांव के चंद्रिका सिंह द्वारा दर्ज एमजेसी वाद संख्या – 4241/16 के एक मामले में पटना उच्च न्यायालय ने अतिक्रमित गैरमजरूआ भूमि को अतिक्रमणमुक्त कराने का आदेश दिया है .
सरकारी मकान से अवैध कब्जा हटाने गयी पुलिस से हुई हाथापाई
पटना : शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के पुनाइचक में मौजूद सरकारी आवास यू-2 में पिछले तीन सालों से अवैध कब्जा है. इस मकान में राकेश सिंह रहते हैं. एक राजनीतिक दल से जुड़े राकेश ने बुधवार को मकान खाली कराने गयी पुलिस टीम से हाथापाई कर ली. इस दौरान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है. राकेश के खिलाफ सरकारी मकान कब्जा करने, हाथापाई करने, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के आरोप में केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है. दरअसल, राकेश काफी दिनों
से उस मकान में रहता है. इससे पहले भी पुलिस ने मकान खाली कराने की कोशिश की थी लेकिन मकान खाली नहीं हो सका. हर बार वह पुलिस से बहस करता था. इसबार डीएम के आदेश पर शास्त्रीनगर पुलिस मकान खाली कराने गयी थी, जिस पर उसने हाथापाई की. मामला ज्यादा बढ़ने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. गौरतलब है कि भवन निर्माण विभाग ने सरकारी आवास में रह रहे अवैध कब्जाधारियों को हटाने का अभियान शुरू कर दिया है.