बालू उत्खनन में कई विभागों के अधिकारियों की फंसेगी गरदन
डीआइजी कर रहे हैं जांच, मंगलवार को दीघा घाट पर पायी गयीं कई अनियमितताएं पटना : बालू उत्खनन के दौरान नियमों को ताक पर रख कर काम किया गया और अब इस मामले में कई विभागों के अधिकारियों की गरदन फंसने वाली है. नियमों के खिलाफ खनन के बावजूद कभी भी संबंधित विभाग ने कार्रवाई […]
डीआइजी कर रहे हैं जांच, मंगलवार को दीघा घाट पर पायी गयीं कई अनियमितताएं
पटना : बालू उत्खनन के दौरान नियमों को ताक पर रख कर काम किया गया और अब इस मामले में कई विभागों के अधिकारियों की गरदन फंसने वाली है. नियमों के खिलाफ खनन के बावजूद कभी भी संबंधित विभाग ने कार्रवाई नहीं की. गलत ढंग से बालू उठाव का खुलासा हर घाट पर हो रहा है.
बालू कितने क्षेत्र में खुदाई करना है. कितनी गहराई तक खुदाई कर बालू निकालना है, पोकलेन के बजाय लोकल लोगों को बालू निकालने के कार्य में लगाना आदि कई काम नियमों का उल्लंघन है. यह खुलासा उस समय हो रहा है, जब डीआइजी सेंट्रल शालीन न्यायालय के आदेश पर हर बालू घाट का निरीक्षण व जांच करने निकले हैं. इन्हें पूरे बिहार के बालू घाटों की जांच कर रिपोर्ट को न्यायालय को देनी है. वे मंगलवार को दीघा घाट पहुंचे.
सूत्रों के अनुसार उन्होंने पाया कि खुदाई के हर नियम का उल्लंघन किया गया है. दीघा घाट पर इतनी गहराई तक खुदाई की गयी है कि जमीन से पानी तक निकल रहा है.
नियमानुसार खुदाई के क्षेत्र भी टेंडर के समय बता दिये जाते हैं, लेकिन उक्त क्षेत्र से ज्यादा जगहों से बालू उठाव किया गया. जांच के दौरान इसकी भी जानकारी मिली है कि जिस घाट से बालू उठाव की इजाजत थी, उस घाट से भी नियमों को ताक पर रख बालू का उठाव किया गया है. हालांकि, जांच के संबंध में डीआइजी शालीन ने कहा कि जांच की जा रही है और रिपोर्ट जल्द न्यायालय को सौंप दी जायेगी.
डीआइजी शालीन ने पूरे बिहार के एसपी से पांच साल के दौरान बालू उठाव के केस और उसकी स्थिति के संबंध में जानकारी मांगी है. डीआइजी ने एसएसपी कार्यालय से भी बालू उठाव के संबंध में हुए केस और उसमें हुई कार्रवाई के संबंध में जानकारी मांगी है. विदित हो कि डीआइजी सेंट्रल ने साेमवार को बिहटा के सुअरमरवा घाट पर जांच की थी. इस दौरान वहां भी बालू उठाव में कई अनियमितता पायी गयी थी.
375 हेक्टेयर में बालू खनन को हरी-झंडी
पटना : बालू खनन की अनुमति के लिए तरस रहे 15 उद्यमियों को मंगलवार को राहत मिल गयी. सिया (पर्यावरण प्रदूषण समाघात पर्षद) ने 15 घाटों से बालू खनन करने की स्वीकृति दे दी. सिया ने पटना के आठ, मुंगेर के पांच और बांका-भागलपुर के एक-एक घाट से बालू खनन की अनुमति दी है.
सिया ने 15 घाटों से 25-25 हेक्टेयर से अधिक सीमा में किसी भी हाल में बालू खनन न होने देने की हिदायत के साथ खनन की स्वीकृति दी है. सिया से एनओसी मिलने के बाद पांचों जिलों की 15 घाटों से उद्यमियों ने बालू खनन की तैयारियां शुरू कर दी हैं. बालू खनन में पर्यावरण-प्रदूषण नियंत्रण के मानकों की कहीं उपेक्षा तो नहीं हो रही, इसके लिए सिया की टीम समय-समय पर बालू खनन की जांच भी करेगी.