समस्तीपुर : बिहार के समस्तीपुर में मोरवा प्रखंड के गुनाईबसही गांव के पास नून नदी पर पुल बना रहे कंपनी के बेस कैंप पर नक्सली हमले की गुत्थी सुलझ भी नहीं पायी थी कि अपराधियों ने स्थानीय जदयू विधायक विद्यासागर निषाद से एक करोड़ की रंगदारी मांग कर पुलिस की नींद हराम कर दी है. अपराधियों ने विधायक के मोबाइल पर शनिवार सुबह दस मिनट के दौरान तीन-तीन एसएमएस भेज कर सबों को सकते में डाल दिया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए विधायक ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस के अलावा दरभंगा परिक्षेत्र के आइजी को भी दी है. उधर, ताजपुर पुलिस ने विधायक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. बताया गया है कि शनिवार की सुबह विधायक अपने गांव में थे उसी दौरान करीब नौ बज कर 43 मिनट, नौ बज कर 47 मिनट और नौ बज कर 53 मिनट पर उनके सरकारी मोबाइल नंबर 9430046135 पर मोबाइल संख्या 7461057919 से मैसेज आया.
मैसेज में विधायक से रंगदारी स्वरूप जमुई के झाझा घाटी में एक करोड़ रुपये लेकर आने और राजनीति छोड़ देने की धमकी दी गयी है. ऐसा नहीं करने पर पूरे अपराधियों ने पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी है. घटना के बाद से विधायक का परिवार दहशत में है. उधर, देर शाम विधायक की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी गयी है. विधायक को जिस नंबर से रंगदारी से संबंधित मैसेज भेजा गया है उसका नंबर के बारे में पता लाया गया जा रहा है नंबर किसका है व मैसेज भेजने के दौरान मोबाइल धारक कहां था.
इधर, पुलिस सूत्रों का बताना है कि प्रारंभिक जांच में मोबाइल नंबर जमुई क्षेत्र का है और मैसेज के समय उसका लोकेशन भी उसी इलाके में था. इससे आशंका जतायी जा रही है कि रंगदारी मांगने वाली कहीं नक्सली तो नहीं है. गौरतलब है कि दो दिन पूर्व गुनाईबसही के पास नक्सलियों ने पुल निर्माण कंपनी के बेस कैंप में बम विस्फोट कर कार्य का पांच प्रतिशत लेवी की मांग की थी. उक्त घटना के बाद विधायक घटना स्थल पर भी गये थे.
डीएम व एसपी को भी आया था रंगदारी का मैसेज
कुछ वर्ष पूर्व अपराधियों ने तत्कालीन जिलाधिकारी नवीनचंद झा व एसपी वरुण कुमार सिन्हा के सरकारी मोबाइल पर एसएमएस भेज कर रंगदारी की मांग की थी. इस मामले में जांच होने के बाद चंपारण से पुलिस ने दो तीन लोगों की गिरफ्तारी भी की थी, लेकिन बाद में पता चला था कि किसी ने फंसाने के लिए मोबाइलधारक से मोबाइल लेकर उक्त अधिकारियों को एसएमएस भेज दिया था. हालांकि बाद के दिनों में अपराधियों ने शहर के कई व्यवसायी से भी रंगदारी की मांग की थी.