हादसे के बाद हंगामा, पथराव और तोड़फोड़
बेटे को लाने स्कूल जा रही स्कूटी सवार महिला को ट्रक ने कुचला फुलवारीशरीफ : अपने पांच साल के बेटे को स्कूल से लाने जा रही स्कूटी सवार मां को ट्रक ने कुचल दिया. इससे घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतका की पहचान हारुन नगर कॉलोनी सेक्टर तीन निवासी 28 वर्षीया आयशा के रूप […]
बेटे को लाने स्कूल जा रही स्कूटी सवार महिला को ट्रक ने कुचला
फुलवारीशरीफ : अपने पांच साल के बेटे को स्कूल से लाने जा रही स्कूटी सवार मां को ट्रक ने कुचल दिया. इससे घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. मृतका की पहचान हारुन नगर कॉलोनी सेक्टर तीन निवासी 28 वर्षीया आयशा के रूप की गयी. मृतका के पति सऊदी अरब में इंजीनियर हैं.
इधर, मौत के बाद गुस्सायी हजारों की भीड़ ने पटना-फुलवारीशरीफ मुख्य मार्ग एनएच-98 को जाम कर दिया और पंद्रह से अधिक वाहनों के शीशे तोड़ डाले. जाम व हंगामे की सूचना मिलने पर पहुंची गर्दनीबाग, फुलवारीशरीफ व बेऊर पुलिस को लोगों ने पथराव कर खदेड़ दिया. तीन घंटे बाद ट्रैफिक एसपी, एएसपी फुलवारीशरीफ समेत वज्र वाहन के साथ भारी पुलिस अमला पहुंचा, तब जाकर दोपहर तीन बजे सड़क जाम हटाया जा सका. ट्रक को पुलिस ने अनीसाबाद में पकड़ लिया.
जानकारी के मुताबिक हारुन नगर सेक्टर तीन की निवासी आयशा का पांच वर्षीय बेटा साहिर इकबाल
सेंट कैरेंस स्कूल गोला रोड में नर्सरी में पढ़ता है. बुधवार को आयशा
स्कूटी से बेटे को स्कूल से लाने जा रही थी. तभी मेन रोड पर मौसम विभाग आॅफिस के सामने बेलगाम ट्रक ने आयशा को कुचल दिया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया की पीछे से तेज रफ्तार ट्रक ने ठोकर मार दी, जिससे आयशा गिर गयी और ट्रक का पिछला चक्का उसके शरीर पर चढ़ गया. मृतका के पति को घटना की जानकारी दे दी है, जिनका देर रात फुलवारीशरीफ पहुंचने की संभावना है.
महिला की मौत की खबर मिलते ही हारुन नगर समेत स्थानीय लोग उग्र होकर सड़क पर उतर आये और वाहनों में तोड़फोड़ करने लगे. गुस्साये लोगों ने मृतका के शव को खोजा इमली के पास सड़क पर रख कर तीन घंटे तक (दोपहर 12 से तीन बजे) फुलवारीशरीफ-अनिसाबाद पटना एनएच-98 को जाम कर दिया. जाम के कारण घंटों स्कूल की बसें और एंबुलेंस भी फंसे रहे.
जाम की सूचना मिलते ही गर्दनीबाग, फुलवारीशरीफ व बेऊर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, तो उग्र लोगों ने पथराव कर पुलिस को खदेड़ दिया. घटना की कवरेज करने पहुंचे प्रेस फोटोग्राफर को भी लोगों ने पीट दिया. हालात बिगड़ता देख पुलिस को थोड़ी देर के लिए पथराव के चलते पीछे हटना पड़ा.
लोगों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ट्रकों से अवैध वसूली में लगी रहती है. लोग स्कूल आवर में ट्रकों के आवागमन पर रोक और रफ्तार पर लगाम लगाने की मांग कर रहे थे.
इस दौरान लोगों के साथ पुलिस की जमकर तू-तू ,मैं- मैं होती रही. लोगों की बात सुनने के बाद यातायात एसपी पीके दास ने अाश्वासन दिया कि अनिसाबाद से लेकर पटना एम्स तक भारी वाहनों की गति सीमा बीस किलोमीटर का संकेतक बोर्ड लगाया जायेगा और खोजाई इमली के आसपास ट्रैफिक पोस्ट का निर्माण होगा. तब उग्र लोग शांत हुए और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. मृतका फुलवारीशरीफ बीडीओ शमशीर मल्लिक की रिश्तेदार बतायी जाती है.
परिजनों ने मासूम से छिपाये रखी मां की मौत की खबर
फुलवारीशरीफ. दानापुर गोला रोड सेंट कैरेंस स्कूल में छुट्टी के बाद रोज की तरह पांच साल का मासूम साहिर इकबाल अपनी मां आयशा की राह ही देखता रह गया. घंटों बाद भी उसे यह नहीं बताया गया कि उसके सिर से हमेशा के लिए मां का साया उठ गया है. अपनी मां की राह देख रहा साहिर स्कूल पहुंचने में पल-पल देर के साथ ही बेचैनी में बार-बार अपनी टीचर से पूछता, तो कभी भाग कर सड़क की और ताकने लगता.
स्कूल के शिक्षकों को जब परिजनों के जरिये यह पता चला की साहिर की मां की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है, तो स्कूल में मातम पसर गया. लेडी टीचर्स ने मासूम साहिर को संभालते हुए परिजनों के आने का इंतजार करती रही. काफी देर बाद पहुंचे परिजनों ने साहिर को स्कूल से लेकर घर पहुंचे, तो उसे यह नहीं बताया गया कि उसकी मां अब इस दुनिया में नहीं रही. वह अपनी मां से अब कभी नहीं मिल पायेगा. घर में भीड़ और मां को नहीं देख वह बार-बार अपने दादा रिटायर इंजीनियर मो समी से पूछता अम्मा कहां है.
बहू की मौत से अपना सुध-बुध खो चुके मो समी मासूम पोते को सीने से लगाये उसे दुलारते हुए पड़ोस की महिलाओं को संभालने के लिए इशारा करते. बेटा शारिक के विदेश में नौकरी के बाद वह बहू आयशा और पोता साहिर के साथ ही यहां रहते हैं. आयशा की शादी आठ वर्ष पहले शारिक इकबाल से हुई थी. मृतका के पिता मो अदीब और मां तलत का हाल रो-रोकर बेहाल था.