एक करोड़ का नकली स्टांप मिला घर में ही छापे जा रहे थे जाली स्टांप
सीवान: सीवान पुलिस ने शनिवार को घर से ही जाली स्टांप व टिकट छापने की फैक्टरी चलाने के रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस कप्तान विवेक कुमार के निर्देश पर महादेवा ओपी पुलिस ने छापेमारी कर एक करोड़ का जाली स्टांप भी बरामद किया. सबसे बड़ी बात यह है घर के तहखाने से ही जाली […]
सीवान: सीवान पुलिस ने शनिवार को घर से ही जाली स्टांप व टिकट छापने की फैक्टरी चलाने के रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस कप्तान विवेक कुमार के निर्देश पर महादेवा ओपी पुलिस ने छापेमारी कर एक करोड़ का जाली स्टांप भी बरामद किया. सबसे बड़ी बात यह है घर के तहखाने से ही जाली स्टांप की अवैध फैक्टरी का संचालन किया जा रहा था.
पुलिस ने एक करोड़ के जूडिशियल एवं नन-जूडिशियल स्टांप एवं टिकट के साथ एक को गिरफ्तार भी कर लिया. इसकी जानकारी पुलिस कप्तान विवेक कुमार ने शनिवार को अपने कार्यालय कक्ष में हुई प्रेसवार्ता में दी. एसपी ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर मिली जानकारी के अनुसार महादेवा ओपी थानाध्यक्ष मुमताज आलम के नेतृत्व में शुक्र वार को की गयी छापेमारी में पुलिस को यह सफलता मिली. उन्होंने बताया कि यह छापेमारी महादेवा ओपी थाना अंतर्गत चकिया गांव में मो कमरूल रजा के घर की गयी, जहां उसके मकान के तहखाने में चल रही इस अवैध फैक्टरी का खुलासा हुआ. मौके से कमरूल रजा के संबंधी थाना क्षेत्र के चकिया निवासी मो रजा को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. एसपी ने बताया कि मुख्य संचालक कमरूल रजा बताया जाता है, जो मौके से फरार हो गया. इसके साथ ही बलेथा गांव का गोविंदा भी इस अवैध धंधे में शामिल है. पुलिस ने इन तीनों के अतिरिक्त अन्य अज्ञात पर मामला दर्ज किया है.इस मौके पर एएसपी विवेकानंद, इंस्पेक्टर मुफस्सिल ललन कुमार और महादेवा ओपी थानाध्यक्ष मुमताज भी उपस्थित थे.
ढाई साल में 200 करोड़ के जाली स्टांप मिले
पटना: बिहार नकली स्टांप की छपाई का गढ़ बनते जा रहा है. पिछले ढाई वर्षो में केवल राजधानी पटना से ही 200 करोड़ रुपये भी अधिक के जाली जूडिशियल व नन जूडिशियल स्टांप के साथ जाली किसान विकास पत्र (केवीपी) बरामद हो चुके हैं. पटना समेत राज्य के अन्य हिस्सों में छापे जा रहे स्टांपों की मांग बिहार के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ प. बंगाल, उत्तर प्रदेश व आसपास के राज्यों में भी है. पिछले साल 24 सितंबर को पत्रकार नगर थाना क्षेत्र के एक अपार्टमेंट से पुलिस ने 107 करोड़ रुपये मूल्य के नकली स्टांप बरामद किये थे. इस मामले में पुलिस ने इस गिरोह के मास्टर माइंड गोरखपुर के रंजीत कुमार के साथ कुल 16 लोगों को गिरफ्तार किया था. इससे पहले सीबीआइ ने भी एक गुप्त सूचना पर राजधानी के सुल्तागंज थाना क्षेत्र के शाहगंज मोहल्ले में जनता प्रिंटिंग प्रेस में छापा मारकर डेढ़ करोड़ रुपये मूल्य के जाली जूडिशियल व नन जूडिशियल स्टांप पेपर की छपाई का मामला उजागर किया था. इस मामले में सीबीआइ ने गणोश कुमार, वशीर अहमद, शाहनवाज व हेमचंद ठाकुर नामक चार लोगों को मौके से गिरफ्तार किया था. इससे पहले एसटीएफ व पटना पुलिस की एक संयुक्त कार्रवाई में 19 अगस्त, 2011 को राजधानी के अगमकुआं थाना क्षेत्र से 50 करोड रुपये मूल्य के स्टांप, किसान विकास पत्र और वाणिज्यकर विभाग से संबंधित फर्जी कागजात जब्त किये थे.
बरामद सामग्री
जूडिशियल व नन – जूडिशियल स्टांप के साथ ही स्कै नर, प्रिंटिंग मशीन, निगेटिव, इंक, थिनर, एल्यूमीनियम प्लेट, कटिंग मशीन आदि बरामद
नेटवर्क अन्य राज्यों में भी फैले होने की आशंका
एसपी विवेक कुमार ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है. साथ ही इस बात की भी जांच करायी जा रही है कि इन लोगों ने इस धंधे से कितनी संपत्ति जमा की है. इस धंधे का नेटवर्क अन्य राज्यों में भी फैले होने की आशंका है, इस पहलू पर भी जांच की जा रही है.