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पुलिस के खाते से उड़ाये 97 हजार रुपये

थाने में शिकायत के बाद भी नहीं दर्ज की जा रही प्राथमिकी, एक माह बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से एसआई की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं

By Radheshyam Kushwaha | March 16, 2020 11:43 AM

कैमूर: बिहार में इनदिनों साइबर अपराधियों ने पुलिस वालों को भी नहीं छोड़ रहे है. इस बार साइबर अपराधियों ने एक पुलिस वाले को ही अपने झांसे में फंसा कर उसके खाते से 97 हजार रुपये उड़ा लिये है. रामपुर प्रखंड के बेलांव थाने में पदस्थापित एसआई संजय कुमार यादव के खाते से 97 हजार रुपये साइबर अपराधियों ने उड़ा लिये है. खासबात यह है कि जब इस मामले में एसआई संजय कुमार यादव प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए 18 फरवरी को भभुआ टाउन थाने पहुंचे तो वहां पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी और 18 फरवरी को दोबारा आकर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही गयी. इधर, 18 फरवरी को फिर एक बार एसआई थाने पहुंचे, लेकिन फिर भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई. इस तरह एक माह बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं होने से एसआई की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं.

जानकारी के अनुसार, 14 फरवरी को साइबर अपराधियों का एसआई संजय कुमार यादव के मोबाइल पर आया. फोन करने वाले साइबर अपराधियों ने एसआई को बताया कि वह एसबीआई बैंक का कर्मचारी है. अपराधियों ने एसआइ से कहा कि आपका क्रेडिट कार्ड लैप्स होनेवाला है. इसलिए आप अपने क्रेडिट कार्ड का नंबर बताये. एसआई ने साइबर अपराधियों पर भरोसा कर क्रेडिट का नंबर बता दिया. एसआई को झांसे में लेकर अपराधियों ने क्रेडिट कार्ड से संबंधित संभी जानकारी ले ली. जानकारी देने के आधे घंटे बाद एसआई के खाते से 97 हजार रुपये उड़ा लिये गये. इधर, एसआइ के मोबाइल पर धड़ा-धड़ शॉपिंग करने का मैसेज आ गया, जब एसआई ने मैसेज को पढ़ा , तो पसीने छूटने लगे, इसके बाद बैंक से जानकारी ली, तो पता चला कि बैंक से उनके पास किसी द्वारा कॉल नहीं किया गया है. बैंक से पुष्टि होने के बाद एसआई को ठगी का पता चला. खाते में मात्र 6400 रुपये ही थे और शेष रुपये को लोन के माध्यम से अपराधियों ने उड़ा लिया. इधर, घटना के बाद एसआई 18 फरवरी को भभुआ टाउन थाने आवेदन देने पहुंचा. लेकिन, एक पुलिस वाले दूसरे पुलिस वाले की परेशानियों को नहीं समझते हुए दो दिन बाद पुनः आकर दोबारा आवेदन देने को बोला गया.

एसआई संजय कुमार यादव ने बताया कि घटना के बाद जब रविवार को भभुआ थाने में शिकायत दर्ज कराने पहुंचा, तो साइबर अपराधियों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी और कहा गया कि आप 18 फरवरी को दोबारा आइए. प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. जब 18 फरवरी को भभुआ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पहुंचा, उसके बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई. एक माह बाद भी अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गयी. जबकि , बैंक द्वारा फोन करके बार-बार दबाव बनाया जा रहा है कि आपके क्रेडिट कार्ड से जो पैसा बैंक का गया है. उसे दीजिए. इधर, इस संबंध में भभुआ थानेदार रामानंद मंडल ने बताया कि मामले में टेक्नीकल समस्या है. जांच करने के बाद कार्रवाई की जायेगी.

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