टिकाऊ नहीं था भाजपा जदयू का लव मैरेज
मुजफ्फरपुर: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पुलिस लाइन मैदान में मंगलवार को नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी व लालकृष्ण आडवाणी पर एक से बढ़ कर एक तीर चलाये. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार कहते फिरते हैं हमने भाजपा को नहीं छोड़ा, भाजपा ने हमको छोड़ दिया. नीतीश कुमार कुलक्षणी है, तब न भाजपा ने घर से […]
मुजफ्फरपुर: राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने पुलिस लाइन मैदान में मंगलवार को नीतीश कुमार, नरेंद्र मोदी व लालकृष्ण आडवाणी पर एक से बढ़ कर एक तीर चलाये. उन्होंने कहा, नीतीश कुमार कहते फिरते हैं हमने भाजपा को नहीं छोड़ा, भाजपा ने हमको छोड़ दिया.
नीतीश कुमार कुलक्षणी है, तब न भाजपा ने घर से बाहर कर दिया. भला कौन अपनी पत्नी को अलग करता है. भाजपा व जदयू ने लव मैरेज किया था, जो 17 वर्ष में टूट गया. अरे, भाई अरेंज मैरेज होता है, दूल्हा- दुल्हन में खटपट होने पर लोग समझा-बुझा रिश्ता बचाते हैं. इन्हें आंसू बहाने से कौन रोकेगा?
श्री यादव ने राजद की जवाबी रैली कार्यक्रम में भाषण अपराह्न् 4.25 बजे शुरू किया व 5.12 बजे समाप्त किया. उन्होंने कहा, नीतीश व भाजपा वालों ने साजिश कर मुङो जेल भेजवा दिया. लालू अब खत्म हो जायेगा. आपका आशीर्वाद है, अब बाहर हैं. भाई हम त जेसीबी हैं. सबको कोर के फेंक देंगे. चाहे नरेंद्र मोदी हो, नीतीश हो, चाहे कौनों हो. बिहार सामाजिक न्याय का बगीचा है. नरेंद्र मोदी के गुरु लालकृष्ण आडवाणी सांप्रदायिकता फैलाने यहां पहुंचे. इन्हें रोक दिया. अब नरेंद्र मोदी को भी रोक देंगे. लालू ने आडवाणी को पाकिस्तान का रिफ्यूजी करार दिया.
नीतीश ने नमो को बचाया. लालू ने गोधरा कांड का जिक्र करते हुए कहा, 2002 में दंगा हुआ. गुजरात जल रहा था. रेल मंत्री नीतीश कुमार ने नरेंद्र मोदी को बचाया. ट्रेन की जांच तक नहीं करायी. बंद कमरे में कहा, नरेंद्र भाई गुजरात छोड़िए दिल्ली आइए, हम इंतजार करते हैं. 17 वर्ष तक गलबहियां करने वाले नीतीश कुमार अब नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक कह रहे हैं. भाई दोनों ही सांप्रदायिक हैं. इन लोगों से देश को बचाना है.
हमने मानसिक गुलामी से मुक्त कराया . कॉन्ट्रैक्ट बहाली व मानदेय निर्धारण के मुद्दे पर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला. कहा, नीतीश ने शिक्षकों पर हमला कराया. जिसने आवाज उठायी, उसे कुचल डाला. क्या होता है ऑन लाइन. यह सब नहीं चलेगा. सब मेन लाइन में आ जाइए. सबको इंसाफ देंगे. हमने कुछ किया या नहीं किया. आप सब जानते हैं. लेकिन, हमने तमाम गरीब गुरबों को मानसिक गुलामी से मुक्त जरूर किया. इसे याद रखिए.