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पवन, विपिन व नवनीत की गिरफ्तारी से खुला प्रश्नपत्र लीक का राज

पवन, विपिन व नवनीत की गिरफ्तारी से खुला प्रश्नपत्र लीक का राज पटना : निगरानी एक की विशेष अदालत में गुरुवार को एसआइटी ने बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले के तीन आरोपियों पवन कुमार, विपिन व नवनीत कुमार के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी. उक्त मामले में तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी का 90 दिन पूरा हो […]

पवन, विपिन व नवनीत की गिरफ्तारी से खुला प्रश्नपत्र लीक का राज
पटना : निगरानी एक की विशेष अदालत में गुरुवार को एसआइटी ने बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले के तीन आरोपियों पवन कुमार, विपिन व नवनीत कुमार के खिलाफ चार्जशीट दायर कर दी. उक्त मामले में तीनों अभियुक्तों की गिरफ्तारी का 90 दिन पूरा हो रहा था. नवनीत कुमार नाबालिग है. इसका मामला किशोर न्यायालय में चल रहा है. एसआइटी ने उसके खिलाफ विशेष अदालत में चार्जशीट दायर की, लेकिन उसकी एक कॉपी किशोर न्यायालय में भी दाखिल करने की बात कही गयी है. उक्त मामले में तीनों अभियुक्तों के अलावा 37 अभियुक्तों के खिलाफ अनुसंधान जारी है, जिसमें बीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार भी शामिल हैं.
अपने आरोप पत्र में एसआइटी ने बताया है कि सभी अभियुक्तों का आपस में संपर्क था. इनके मोबाइल के कॉल डिटेल को खंगालते हुए साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया गया है. वर्तमान में उक्त मामले में 33 अभियुक्त जेल में बंद हैं.
अगमकुआं के कांटी फैक्टरी रोड में पकड़े गये थे तीनों : चार फरवरी को अगमकुआं थाने के कांटी फैक्टरी रोड में एक ऐसा गिरोह पटना पुलिस के हाथ लग गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि प्रश्नपत्र लीक का गोरखधंधा हो रहा है. पुलिस को इस गिरोह के माध्यम से यह जानकारी मिली कि बीएसएससी की इंटर स्तरीय परीक्षा के दौरान सेटिंग किये जाने की पूरी तैयारी थी और पैसे लेकर 150 छात्रों को परीक्षा पास कराने की योजना थी. पुलिस ने गिरोह के सरगना पवन कुमार (मच्छरीयावां, फतुहा), विपिन कुमार (कुढ़वापर, नगरनौसा, नालंदा) व नवनीत कुमार (अहिरौलिया,कोटवा, मोतिहारी) को गिरफ्तार किया था.
इन तीनों ने अतुल, गोरेलाल व भोला के नाम की जानकारी दी. गोरेलाल को पुलिस ने बाद में गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अब भी अतुल फरार है. इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद ही अगमकुआं थाने में बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक की प्राथमिकी केस संख्या 44/17 दर्ज हुई थी और फिर एक के बाद एक की संलिप्तता पाते हुए एसआइटी ने 33 लोगों को पकड़ कर जेल भेज दिया.
पटना. टॉपर घोटाले की सुनवाई के दौरान जेल में बंद पांच अभियुक्तों में बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर सिंह, पूर्व सचिव हरिहर नाथ झा समेत चार लोगों को विशेष अदालत में पेश किया गया. बच्चा राय को बीमारी की वजह से अदालत में पेश नहीं किये जा सका. इस मामले में बचाव पक्ष द्वारा पुलिस कागजात की मांग की गयी, जहां अभियोजन द्वारा विशेष अदालत में एक आवेदन देकर यह बताया गया कि उक्त मामले में पुलिस कागजात की आपूर्ति कर दी गयी है. और, मामले को आरोप के गठन हेतु रखा जाये. वहीं बचाव पक्ष ने अदालत से निवेदन किया कि अभी संपूर्ण पुलिस कागजात प्रदान नहीं किया गया है तथा निगरानी को यह निर्देश दें कि वह बचाव पक्ष को पुलिस कागजात उपलब्ध करायें. अदालत ने उभय पक्षों को सुनने के बाद मामले की अगली सुनवाई की तिथि 11 मई को निर्धारित की है.

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