सीमा के बैंकों में असली बनाये जा रहे नकली नोट

सीमा के बैंकों में असली बनाये जा रहे नकली नोट पटना : बेतिया में गिरफ्तार हुए आतंकी नबी अहमद से एनआइए (राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) और इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) की विशेष टीम ने गहन पूछताछ की है. इसमें कई चौकाने वाली जानकारी के साथ-साथ नकली भारतीय करेंसी के रूट (एफआइसीएन) का पता चला है. पूछताछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 6, 2017 7:29 AM

सीमा के बैंकों में असली बनाये जा रहे नकली नोट

पटना : बेतिया में गिरफ्तार हुए आतंकी नबी अहमद से एनआइए (राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी) और इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) की विशेष टीम ने गहन पूछताछ की है. इसमें कई चौकाने वाली जानकारी के साथ-साथ नकली भारतीय करेंसी के रूट (एफआइसीएन) का पता चला है.

पूछताछ में कुछ नयी और चौंकाने वाली जानकारी भी सामने आयी है. इसमें सबसे अहम है बिहार, पश्चिम बंगाल समेत अन्य राज्यों की सीमाओं पर मौजूद बैंकों की शाखाओं में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में नकली करेंसी को जमा करवाकर इन्हें असली करने का बड़ा खेल चल रहा है. इसमें कुछ स्थानों पर बैंकों वालों की मिली-भगत भी सामने आयी है.

हालांकि अभी तक इसके बहुत पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं, जिनके आधार पर बैंक वालों पर कार्रवाई की जा सके. इस अवैध धंधे में सीमावर्ती बैंकों का जमकर उपयोग किया जा रहा है. इनमें नकली नोटों को डालकर फिर उसे चेक या ड्रॉफ्ट से निकाला जाता या दूसरे बैंक एकाउंट में आरटीजीएस से ट्रांसफर कर दिया जाता है. इन नकली नोटों में बड़ी संख्या में नये नोट भी शामिल हैं.

ये नोट इतने असली जैसे दिखते हैं कि इन्हें बिना लेजर लाइट से चेक किये पकड़ना बेहद मुश्किल है. पूछताछ में जांच एजेंसियों को इस बात की भी जानकारी मिली कि एफआइसीएन छपते पाकिस्तान में हैं और नेपाल के अलावा बांग्लादेश के रास्ते भारत में सप्लाइ किये जाते हैं. इसमें इन दिनों बिहार का उपयोग इसके लिए मेन रूट के रूप में हो रहा है. बांग्लादेश से पश्चिम बंगाल का मालदा इसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में अलग-अलग रास्तों से बिहार और यहां से देश के अन्य कोने में सप्लाइ होता है. यह रूट नकली नोट को खपाने का सबसे ज्यादा प्रचलित है. इस रूट का उपयोग करके ही आतंकी नबी और उसके अन्य तस्कर नकली नोटों को यहां पहुंचाते हैं.

एफआइसीएन को लेकर केंद्र स्तर पर एक विशेष बैठक नयी दिल्ली में होने जा रही है. इस बैठक में बिहार इस नेटवर्क को तोड़ने और रोकने के लिए कई अहम सुझाव देगा. इसमें सबसे अहम है, शामिल तस्करों की पहचान करने के लिए इससे जुड़े सभी राज्यों को एकसाथ जोड़ कर एक नेटवर्क तैयार करना, जिनके जरिये सभी तस्करों और आतंकियों की जानकारी आदान-प्रदान की जा सके.

इसके अलावा सीमा पर मौजूद सभी बैंकों में नोट की पहचान करने वाली मशीन मुहैया कराने और नकली नोट की पहचान से जुड़े एक्सपर्ट की बहाल करने की अनुशंसा केंद्र से की जायेगी. केंद्र सरकार से बिहार बैंकों में जांच और इसके लिए विशेष रणनीति तैयार करने के लिए कहेगा.नबी अहमद से पूछताछ में नकली नोटों के कारोबार से जुड़े कई एजेंटों के नाम सामने आने की आशंका जतायी जा रही है.

नकली नोट से जुड़े पूरे नेटवर्क का खुलासा होने की संभावना है और इसमें जुड़े सभी लोगों के नाम सामने आयेंगे. यहां कई ऐसे स्पॉट और लोग हैं, जिनके जरिये नकली नोटों को मार्केट में खपाया जाता है. इन लोगों की जांच और इनसे जुड़े नेटवर्क को खंगालने का काम शुरू कर दिया गया है.

Next Article

Exit mobile version