दर्जनों सुरक्षाकर्मियों के साथ प्रचार कर रहे हैं लालू
पटना: भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता व फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर आये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद दर्जनों सुरक्षाकर्मियों के घेरे में चुनाव प्रचार कर मतदाताओं पर अपना दबदबा दिखा रहे हैं. क्या एक सजायाफ्ता व्यक्ति को इस तरह के सुरक्षा तामझाम के साथ चुनाव प्रचार करने की छूट है? यह शिकायत शुक्रवार को […]
पटना: भ्रष्टाचार के मामले में सजायाफ्ता व फिलहाल जमानत पर जेल से बाहर आये राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद दर्जनों सुरक्षाकर्मियों के घेरे में चुनाव प्रचार कर मतदाताओं पर अपना दबदबा दिखा रहे हैं. क्या एक सजायाफ्ता व्यक्ति को इस तरह के सुरक्षा तामझाम के साथ चुनाव प्रचार करने की छूट है? यह शिकायत शुक्रवार को भाजपा ने चुनाव आयोग से की है. भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से मिल कर ज्ञापन सौंपा, जिसमें लालू प्रसाद की सुरक्षा की समीक्षा करने की मांग की गयी है. पार्टी ने कहा है कि क्या वाकई उन्हें इस तरह का खतरा है कि उन्हें एनएसजी और केंद्रीय सुरक्षा बल के सौ से अधिक जवानों की सुरक्षा मुहैया करायी जाये? प्रतिनिधिमंडल में पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन व राजीव प्रताप रुडी शामिल थे.
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत, चुनाव आयुक्त एचएस ब्रrा व डॉ जैदी से मिल कर यह भी शिकायत की कि कई जिलों में पदस्थापित अधिकारी सत्ताधारी जदयू के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं. नवगछिया के एसडीओ व छपरा के डीएसपी भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ काम कर रहे हैं.
छपरा के डीएसपी वर्षो तक मुख्यमंत्री सचिवालय में रहे हैं. प्रतिनिधिमंडल ने बिहार में धारा 144 लगाये जाने की भी शिकायत आयोग से की. इसके तहत कहीं भी पांच से अधिक व्यक्ति को खड़ा होने पर रोक लगा दी गयी है.
चुनाव के समय जहां कहीं भी प्रत्याशी जाते हैं, वहां 10-20 लोग जुट जाते हैं. ऐसे में प्रशासन आचार संहिता के उल्लघंन के आरोप में मुकदमा दर्ज कर रहा है. इसी प्रकार गाड़ियों के काफिले को लेकर भी मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं. सड़क पर जाम लगने की स्थिति में यदि गाड़ी रुकती है, तो पीछे की दूसरी गाड़ियों की गिनती कर केस कर दिया जा रहा है. पार्टी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा दूरदर्शन के साधनों का दुरुपयेग किये जाने की भी शिकायत की है.