नीट पेपर लीक की साजिश : पांच गिरोह, 20 लाख में पास की गारंटी

शेखपुरा में पकड़े गये कोचिंग संचालक ने खाेले कई राज पटना : नीट में सफलता दिलाने के लिए चार-पांच गिरोह सक्रिय थे. अभी तक पटना पुलिस की जांच में ऐसे गिरोहों के संबंध में जानकारी मिल चुकी है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है. सूत्रों के अनुसार चार-पांच और सेटरों को हिरासत में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2017 5:32 AM
शेखपुरा में पकड़े गये कोचिंग संचालक ने खाेले कई राज
पटना : नीट में सफलता दिलाने के लिए चार-पांच गिरोह सक्रिय थे. अभी तक पटना पुलिस की जांच में ऐसे गिरोहों के संबंध में जानकारी मिल चुकी है और गिरफ्तारी के लिए छापेमारी हो रही है. सूत्रों के अनुसार चार-पांच और सेटरों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. इन सभी को ललित विजय उर्फ चंदन की दी गयी जानकारी के आधार पर पकड़ा गया है.
शेखपुरा में पकड़े गये कात्यानी इंस्टीट्यूट के संचालक ललित विजय उर्फ चंदन से पुलिस को काफी अहम जानकारी हासिल हुई है. चंदन से पूछताछ में जो जानकारी हाथ लगी है, उसे काफी गोपनीय रखा जा रहा है. चंदन को पुलिस की टीम पटना ले आयी है और गुप्त स्थान पर रख कर पूछताछ की जा रही है. उसे गुरुवार को जेल भेजा जायेगा. इधर पुलिस को शक है कि नीट की इस परीक्षा में सफलता दिलाने के लिए स्कॉलर की भी मदद ली गयी.
लेते थे 20 लाख रुपये : पुलिस अब स्कूल के केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्र दुबे, पीएमसीएच के छात्र शिवकुमार व एनएमसीएच के छात्र शिवम मंडल को रिमांड पर लेगी. उन सभी के बैंक एकाउंट के संबंध में भी जानकारी ली जायेगी. नीट में पूरी तरह सफलता दिलाने के लिए गिरोह के सेटरों द्वारा सामान्य वर्ग से 20 लाख, ओबीसी से 15 लाख रुपये और एससी-एसटी परीक्षार्थियों से 10 लाख लिये जाते थे.
तेलंगाना प्रश्नपत्र लीक से भी जुड़े थे बिहार के तार : तेलंगाना में हुए मेडिकल, एग्रीकल्चर व इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा में भी प्रश्नपत्र लीक मामले के तार बिहार से जुड़े थे. इस मामले में तेलंगाना पुलिस ने गिरोह के सरगना, एक बैंक कर्मचारी, एक वेटनरी डॉक्टर समेत चार को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गयी थी.
हैदराबाद की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी द्वारा इंजीनियरिंग, मेडिकल व एग्रीकल्चर की कॉमन इंट्रेस टेस्ट 14 जुलाई 2016 को ली गयी थी और फिर नतीजे निकाले गये थे. लेकिन इसमें भी प्रश्न पत्र लीक की जानकारी हुई थी और वहां की सीआइडी ने 25 जुलाई को मामला दर्ज किया था. इसके बाद वहां की पुलिस ने एक कंसलटेंसी से जुड़े विष्णु, रमेश व त्रिमुल रेड्डी को गिरफ्तार किया था.
पुलिस पदाधिकारी का बेटा भी शामिल : सूत्रों का कहना है कि पुलिस की जांच में अभी तक जो जानकारी आयी है उसमें कटिहार के एक पुलिस पदाधिकारी का बेटा भी अपना गिरोह चलाता था और उसने भी इस परीक्षा में सेटिंग की थी. हालांकि पुलिस ने फिलहाल उसके नाम को गुप्त रखा है और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है. इसके साथ ही उसने भी कई परीक्षार्थियों की सेटिंग की थी.
चंदन गैंग ने सेटिंग के नाम पर सभी से वसूले हैं ढाई करोड़
पटना. नीट पेपर लीक साजिश मामले में जिस चंदन सर को पटना पुलिस ने शेखपुरा से गिरफ्तार किया है, उसने सेटिंग के नाम पर जमकर वसूली की है. अब तक की पूछताछ में जो बात सामने आयी है उसमें चंदन ने ढ़ाई करोड़ रुपये तक की वसूली की बात कही है. पैसे कहां हैं इसकी पड़ताल की जा रही है. किनसे वसूले गये पुलिस उनसे भी पूछताछ करेगी. इसके अलावा चंदन की निशानदेही पर पुलिस इस खेल के मास्टरमाइंड तक पहुंचने की काेशिश कर रही है.
खंगाले जायेंगे खाते
पटना पुलिस अब तक गिरफ्तार किये गये लोगाें के बैंक एकाउंट की छानबीन करने की तैयारी में है. एकाउंट में कितने पैसें हैं, कब जमा हुए हैं इसका स्टेटस देखा जायेगा. खास करके केंद्राधीक्षक अविनाश चंद्रा, और चंदन सर के बैंक एकाउंट की जांच गहरायी से होनी है.

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