बस में कारबाइड से लगी थी आग
एफएसएल और नालंदा के डीएम-एसपी ने गृह विभाग को सौंपी रिपोर्ट पटना : नालंदा के हरनौत में जिस बाबा ट्रेवल्स की बस में पचीस मई को आग लगी थी और उसमें आठ लोगों की जल कर मौत हो गयी थी, उस बस में कारबाइड ढोया जा रहा था. कारबाइड की अत्यधिक मात्रा हाेने के कारण […]
एफएसएल और नालंदा के डीएम-एसपी ने गृह विभाग को सौंपी रिपोर्ट
पटना : नालंदा के हरनौत में जिस बाबा ट्रेवल्स की बस में पचीस मई को आग लगी थी और उसमें आठ लोगों की जल कर मौत हो गयी थी, उस बस में कारबाइड ढोया जा रहा था. कारबाइड की अत्यधिक मात्रा हाेने के कारण बस में आग लग गयी. एफएसएल और नालंदा के डीएम और एसपी की गोपनीय रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. रिपोर्ट को गृह विभाग को सौंप दिया गया है.
गृह विभाग के प्रधान सचिव आमीर सुबहानी ने रिपोर्ट मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि सरकार अध्ययन कर दोषी व्यक्तियों को सख्त से सख्त सजा दिलायेगी. तीन पन्ने की गोपनीय रिपोर्ट में घटना के कारणों की विस्तृत जांच अलग से की जाने की बात कही गयी है. हरनौत थाने में बाबा ट्रवेल्स के मालिक नालंदा निवासी रणधीर कुमार और ड्राइवर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. रिपोर्ट के अनुसार शेखपुरा के डीएम व एसपी ने भी घायलों एवं मृतकों के परिजनों से घटना की जानकारी ली.
पटना. हरनौत हादसे के बाद बस का परमिट निलंबित हुआ, सरकार की ओर से मुआवजा दिया गया, लेकिन कुछ दिन बीत जाने के बाद दोबारा से बसों का वहीं हाल हो गया है. मीठापुर बस स्टैंड से खुलने वाली बसों में जानवरों की तरह लोगों को ठूंसा जाता है. मामले पर पुलिस व जिला प्रशासन मौन है.
सोमवार को भी जब मीठापुर बस स्टैंड का नजारा देखा गया, तो वहां से बस निकलने के बाद बाइपास तक छत के ऊपर भी लोगों को बिठा लिया जाता है. इतना ही नहीं राजधानी के बीच तारामंडल के पास भी बस की छत पर लोग बैठ कर सफर करते हुये दिखते हैं, लेकिन किसी को पकड़ा नहीं जाता है.
जिलाधिकारी की ओर से यातायात पुलिस व डीटीओ को जांच करने का निर्देश दिया गया है, लेकिन इस मामले में कोई जांच नहीं हो रही है और सड़कों पर खुलेआम बस चालक नियमों को तोड़ रहे हैं. इस बारे में डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि डीटीओ व यातायात पुलिस को ओवरलोड बस, नियमों की अनदेखी करने वाले बस चालकों व मालिकों पर कार्रवाई होगी. अगर अधिकारी के स्तर पर चूक होगी, तो उनसे भी स्पष्टीकरण मांगा जायेगा.