इंजेक्शन लगते ही मौत, डॉक्टर को पीटा

पीएमसीएच : बच्चा वार्ड की घटना, चार साल की थी बच्ची, 17 दिनों में दो ऑपरेशन पटना : पीएमसीएच के बच्चा वार्ड में चार साल की एक बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गयी. बच्ची का नाम नैना है और वह मधेपुरा की रहनेवाली है. पेट संबंधी रोग को लेकर परिजनों ने एक महीने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 3, 2017 6:19 AM
पीएमसीएच : बच्चा वार्ड की घटना, चार साल की थी बच्ची, 17 दिनों में दो ऑपरेशन
पटना : पीएमसीएच के बच्चा वार्ड में चार साल की एक बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गयी. बच्ची का नाम नैना है और वह मधेपुरा की रहनेवाली है. पेट संबंधी रोग को लेकर परिजनों ने एक महीने पहले शिशु रोग विभाग के इमरजेंसी वार्ड में भरती कराया था, जहां शुक्रवार की सुबह बच्ची की मौत हो गयी. परिजनों का आरोप है कि इलाज में लापरवाही बरती गयी और इंजेक्शन लगने के कुछ देर बाद ही मासूम की मौत हो गयी.
नाराज परिजनों ने वार्ड में जम कर हंगामा किया अौर डॉक्टरों के साथ मारपीट की. अधीक्षक ने परिजनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. बच्ची के पिता बबलू का कहना है कि डॉक्टर के खिलाफ वह टीओपी में मामला दर्ज कराने गये थे, पर मामला दर्ज नहीं किया गया.
मृतक के पिता बबलू प्रसाद ने बताया कि एक महीने पहले पेट में अचानक दर्द के बाद पीएमसीएच लाया गया. यहां जांच के बाद पता चला कि बच्ची को कोली डोकल सिस्ट नाम का रोग है. डॉक्टर गॉल ब्लाडर में स्टोन की बात कह रहे थे. पिछले 17 दिनों में डॉक्टरों ने दो बार ऑपरेशन किया. हालांकि, बच्ची शुक्रवार की सुबह तक सबसे बात कर रही थी.
लेकिन, एक नर्स ने सुबह आठ बजे के आसपास एंटीबायोटिक इंजेक्शन लगाया, कुछ देर बाद ही नैना की मौत हो गयी. मौत की खबर सुनते ही पटना में रहनेवाले परिजन भी पीएमसीएच में जुट गये व हंगामा होने लगा. परिजनों ने बच्चा वार्ड के सर्जन डॉक्टर प्रदीप नंदन से मारपीट की. मौके पर पीएमसीएच टीओपी थाने की पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया.
बच्ची की हालत पहले से गंभीर थी. जांच में कोली डोकल सिस्ट बीमारी निकली. उसे कैंसर भी हो गया था. यह सही है कि बच्ची का दो बार ऑपरेशन किया गया. घाव सूखने के लिए एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिया जा रहा था. इसमें हम लोगों की कोई लापरवाही नहीं है.
डॉ जेपी गुप्ता, यूनिट इंचार्ज, पेडियाट्रिक सर्जरी
यह सही बात है कि बच्चा वार्ड में चार साल की बच्ची की मौत हुई है. लेकिन, जब मैंने जांच की, तो इसमें डॉक्टरों की कोई लापरवाही नहीं मिली. बल्कि, परिजनों ने ही सर्जन डॉक्टर के साथ मारपीट की है. इसको देखते हुए मैंने टीओपी थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी है.
डॉ लखींद्र प्रसाद, अधीक्षक, पीएमसीएच
पीएमसीएच में रात को गायब रहते हैं डॉक्टर निरीक्षण में खुली पोल
पटना : पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में रात के समय डॉक्टर व कर्मचारी ड्यूटी से गायब रहते हैं, ऐसे में मरीजों का इलाज भगवान भरोसे ही चल रहा है. इस बात खुलासा तब हुआ जब पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ एसएन सिन्हा देर रात औचक निरीक्षण करने पहुंचे.
बीते रविवार को रात 12 बचे औचक निरीक्षण के दौरान वह सबसे पहले इमरजेंसी वार्ड में गये लेकिन अधिकांश विभागों में डॉक्टर नहीं पाये गये. नाराज हुए डॉ एसएन सिन्हा ने एक बैठक बुलायी, सख्त आदेश दिया कि रात को ड्यूटी पर डॉक्टरों की तैनाती रहें, अन्यथा कार्रवाई होगी.

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