गया में वैष्णो देवी की तर्ज पर बन रहा है 1500 फुट लंबी गुफा, एंट्री के लिए देना होगा इतना शुल्क
विशाल डीजे के नेतृत्व में कोलकाता के 50 कारीगर बीते दो महीने से इस गुफा को बनाने में लगे हैं. गुफा के अंदर माता वैष्णो देवी स्वरूप पिंडी दर्शन, माता की चरण पादुका, माता अर्द्धकुमारी, भगवान शंकर व भैरवनाथ की मूर्तियां स्थापित होंगी, जहां भक्त दर्शन कर आशीर्वाद ले सकेंगे.
गया. टिकारी रोड के पास स्थित हाते गोदाम में श्रीश्री दुर्गापूजा समिति द्वारा इस वर्ष करीब 50 लाख रुपये खर्च कर 1500 फुट लंबा, 15 फुट ऊंचा व आठ फुट चौड़ा आकर्षक माता वैष्णो देवी की गुफा का भव्य पंडाल बनवाया जा रहा है. विशाल डीजे के नेतृत्व में कोलकाता के 50 कारीगर बीते दो महीने से इस गुफा को बनाने में लगे हैं. गुफा के अंदर माता वैष्णो देवी स्वरूप पिंडी दर्शन, माता की चरण पादुका, माता अर्द्धकुमारी, भगवान शंकर व भैरवनाथ की मूर्तियां स्थापित होंगी, जहां भक्त दर्शन कर आशीर्वाद ले सकेंगे.
एंट्री के लिए देना होगा इतना शुल्क
गुफा के बाहर भक्तों को वाणगंगा का नजारा दिखेगा. इस पूजा पंडाल में माता के दर्शन व पूजन के लिए श्रद्धालुओं को 11 रुपये का कूपन लेना जरूरी होगा. हालांकि दिव्यांगों के लिए दर्शन नि:शुल्क होगा. वीआइपी लोगों को 51 रुपये का सहयोग समिति को करना होगा. यह गुफा शारदीय नवरात्र की प्रतिपदा तिथि यानी 15 अक्तूबर को शाम से माता का दर्शन व पूजन के निमित्त भक्तों के लिए खुल जायेगी, जो 25 अक्तूबर तक 24 घंटे खुली रहेगी. इस गुफा में पूजा-अर्चना के निमित्त आने वाले माता के भक्तों के लिए 51 रुपये में समिति द्वारा प्रसाद व फूल माला की व्यवस्था की गयी है.
सीसीटीवी कैमरे के साथ वातानुकूलित भी होगी गुफा
सभी तरह की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इस पूजा पंडाल में 65 सीसीटीवी कैमरे, माता के भक्तों को दर्शन व पूजन की सुव्यवस्थित व्यवस्था के लिए समिति के 100 कार्यकर्ताओं के अलावा 25 पुरुष व छह महिला बाउंसर, 12 सुरक्षा प्रहरी की व्यवस्था की गयी है. इस गुफा में प्रवेश के लिए माता के भक्तों को मेटल डिटेक्टर मशीन से गुजरना होगा. गुफा के अंदर तापमान को सामान्य रखने के लिए 65 एसी लगाये गये हैं. निकास व आपात स्थिति के लिए विशेष द्वार भी बनाये गये हैं. नशीली पदार्थ को ले जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा.
पंडाल को बनाने में लगभग 50 लाख रुपए की लागत
पश्चिम बंगाल से आए कारीगर पिछले एक महीने से इस पंडाल को गुफा का रूप देने में लगे हुए हैं. पंडाल को बनाने में लगभग 50 लाख रुपए की लागत आई है. 1500 फीट लंबी एयर कंडीशन गुफा में श्रद्धालु माता वैष्णो देवी का दर्शन कर सकेंगे. श्रद्धालु जब इस पंडाल में प्रवेश करेंगे तो उन्हें अनुभूति होगी कि वह माता के दिव्य दरबार का दर्शन करने जा रहे हैं. जमीन से लेकर आसपास के घर की छत पर पूरे घुमावदार तरीके से इस गुफा का निर्माण किया गया है. गुफा के अंदर प्रवेश करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 11 रुपये की सहयोग राशि कूपन कटाना होगा. कूपन कटवाने के बाद ही वे इस गुफा में प्रवेश कर माता के पिंडी का दर्शन कर सकेंगे.
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श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्राइवेट बाउंसर भी
श्रीश्री दुर्गा पूजा समिति के कोषाध्यक्ष जितेंद्र कुमार बताते हैं कि 15 अक्टूबर को कलश पूजन के बाद शाम में इस पंडाल का उद्घाटन किया जाएगा और इसी दिन से दर्शन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. 25 अक्टूबर तक श्रद्धालु माता का दर्शन कर सकेंगे. यहां जो भी श्रद्धालु माता के दर्शन करने आएंगे दर्शन के बाद 51 रुपए की राशि देकर माता वैष्णो देवी का महा प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे. जो भी श्रद्धालु इस प्रसाद को लेना चाहेंगे ले सकते हैं. यह महाप्रसाद वैष्णो देवी मंदिर से ही लाया जाएगा. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्राइवेट बाउंसर के अलावे जिला प्रशासन की पुलिस बल भी तैनात रहेगी. इस आयोजन को सफल करने में मुख्य रूप से श्रीश्री दुर्गापूजा समिति हाते गोदाम के अध्यक्ष भोला शंकर, सचिव ललन प्रसाद उर्फ लल्लू, कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार उर्फ बबलू, मुख्य सलाहकार एसके लोहानी उर्फ बुच्चू बाबू, महासचिव संतोष कुमार वह समिति से जुड़े अन्य कार्यकर्ता शामिल हैं.