बांका. सिपाही भर्ती के मामले में जिला में योगदान देने पहुंचे एक फर्जी सिपाही की पहचान की गयी. जिसके बाद उक्त फर्जी सिपाही को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. इस मामले में एसपी अरविंद कुमार गुप्ता ने बताया है कि फर्जी सिपाही की पहचान राहुल शर्मा, पिता विमल शर्मा, ग्राम कमराचक, थाना संग्रामपुर, जिला मुंगेर के रुप में हुई है, जो सिपाही भर्ती के फिजिकल टेस्ट में शामिल नहीं था.
वह अपने गांव के ही एक व्यक्ति के बदले में यहां योगदान देने पहुंचा था. जिसमें भौतिक सत्यापन के दौरान उनका फोटो व पहचान चिन्ह का जब मिलान किया गया, तो वह फर्जी पाया गया. जिसके बाद उक्त व्यक्ति के ऊपर बांका सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. वहीं पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद जिले में 62 नये सिपाही ने यहां योगदान दिया है. जिसमें 40 पुरुष व 22 महिला सिपाही शामिल हैं. इन सिपाहियों का योगदान के बाद एसपी कार्यालय में शुक्रवार को एसपी की अध्यक्षता में सभी सिपाही का शारीरिक व भौतिक सत्यापन किया गया.
इस दौरान 39 पुरुष एवं 21 महिला सिपाही का भौतिक सत्यापन के दौरान उनका वजन, हाईट व सीना आदि का नाप लिया गया एवं सभी फोटो पहचान के बाद उनके कागजातों की जांच की गयी. एसपी ने बातया है कि जिले में 60 नये सिपाही ने योगदान दिया है. इसी क्रम में गठित जांच टीम के द्वारा सभी सिपाहियों का भौतिक सत्यापन किया गया है.
इसके पूर्व सभी का कोरोना संक्रमण का टेस्ट भी कराया गया था. आगे सभी का मेडिकल जांच भी किया जाना है. इसके लिए सदर अस्पताल में सीएस के गठित चिकित्सक टीम के द्वारा सभी मेडिकल टेस्ट भी कराया जायेगा. भौतिक सत्यापन के टीम में डीएसपी मुख्यालय, पुलिस लाइन के मेजर एवं सार्जेंट आदि मौजूद थे.
Posted by Ashish Jha