मधेपुरा में चूल्हे की राख फेंकने को लेकर हुई मारपीट, एक की मौत
यह विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते दोनों तरफ से जमकर लाठियां इत्यादि चलने लगे. लोग एक दूसरे को मारने लगे. इस झड़प में सात लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसे एक घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. दोनों पक्षों घायल हुए लोगों का इलाज एक ही अस्पताल में किया जा रहा है.
मधेपुरा. मधेपुरा के चौसा में राख फेंकने को लेकर हुआ विवाद इतना हिंसक हो गया कि अब तक एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है, जबकि आधा दर्जन के करीब लोग घायल बताये जा रहे हैं. राख फेंकने को लेकर बुधवार की सुबह दो पक्षों में विवाद हुआ. यह विवाद इतना बढ़ गया कि देखते ही देखते दोनों तरफ से जमकर लाठियां इत्यादि चलने लगे. लोग एक दूसरे को मारने लगे. इस झड़प में सात लोगों के घायल होने की सूचना है, जिसे एक घायल व्यक्ति की इलाज के दौरान मौत हो गई. दोनों पक्षों घायल हुए लोगों का इलाज एक ही अस्पताल में किया जा रहा है.
सोमवार को भी हुई थी झड़प
घटना के संदर्भ में बताया गया की सोमवार को मधेपुरा में एक पक्ष के लोग अपने ही जमीन में घर का फेंका, जिसका धूल उड़कर दूसरे पक्ष के घर में जा रहा था. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में सोमवार को काफी कहासुनी होकर शांत हो गया, लेकिन बुधवार को एक बार फिर यह घटना दोहरा दी गयी. विरोध करने पर मोहम्मद इस्लाम के पड़ोसी और घटना के दूसरे पक्ष के लोगों ने इस्लाम के घर पर ईंट का टुकड़ा फेंक दिया. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में फिर से झड़प शुरू हो गयी जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गयी.
सात लोगों के घायल होने की सूचना
इस हिंसक झड़प में मोहम्मद इस्लाम (48वर्ष), मोहम्मद अमजद (32वर्ष), मोहम्मद अल्ताफ (27वर्ष),आसमीन खातून (20वर्ष),मोहम्मद कलीम (35वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गये, जबकि दूसरे पक्ष से मोहम्मद बाबर (52 वर्ष),मोहम्मद आजाद,(25वर्ष) और मोहम्मद मुश्ताक(32 वर्ष) के घायल होने की सूचना है. घटना के बाद आसपास के लोगों द्वारा सभी घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौसा में इलाज के लिए भर्ती कराया. वहां इलाज कर रहे चिकित्सा पदाधिकारी डॉ स्वंगिनीं कुमारी ने प्राथमिकी उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल मो इस्लाम, मो अमजद तथा मो बाबड़ को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भागलपुर रेफर कर दिया.
अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं
बताया जाता है कि मो इस्लाम के सिर पर गहरी चोट थी. उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसके परिजनों ने उसे पूर्णिया स्थित निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाने का फैसला किया. बुधवार की देर दोपहर इलाज के दौरान ही उसकी मौत हो गई. उधर मौत की जानकारी मृतक के घर पर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही चौसा थाने की पुलिस ने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर पर मामले की पड़ताल में जुट गई. थानाध्यक्ष रमेश कुमार ने बताया कि फिलहाल परिजन के द्वारा किसी प्रकार का आवेदन नही दिया गया है. आवेदन मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.