वाल्मीकि टाइगर रिजर्व पहुंचा यूक्रेन और रूस का जत्था, बिहार की सुंदरता देख चकित हुए विदेशी पर्यटक
पर्यटक ने दो दिवसीय दौरे के क्रम में वीटीआर क्षेत्र का भ्रमण किया. इस दौरान वे वीटीआर की प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देख काफी प्रसन्न दिखे. वीटीआर में भ्रमण के दौरान विदेशी पर्यटकों को कई वन्यजीवों के साथ मोर के कोलाहल को नजदीक से निहारने का मौका मिला.
वाल्मीकिनगर. भारत नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन प्रमंडल 2 के वाल्मीकि नगर वनक्षेत्र में दो दिवसीय भ्रमण पर ओशो तपोवन संस्था काठमांडू नेपाल से आए संस्था के वरिष्ठ स्वामी आनंद अरुण पर्यटक ने दो दिवसीय दौरे के क्रम में वीटीआर क्षेत्र का भ्रमण किया. इस दौरान वे वीटीआर की प्राकृतिक सुंदरता को करीब से देख काफी प्रसन्न दिखे. वीटीआर में भ्रमण के दौरान विदेशी पर्यटकों को कई वन्यजीवों के साथ मोर के कोलाहल को नजदीक से निहारने का मौका मिला. दल में रूस और यूक्रेन के भी नागरिक शामिल थे.
काफी पसंद आयी गंडक नदी की कल कल करती बहती धारा
भ्रमण पर शनिवार की शाम को पहुंचे विदेशी पर्यटकों को यहां का जंगल, स्वच्छ वातावरण, शुद्ध पर्यावरण, गंडक नदी की कल कल करती बहती धारा काफी पसंद आयी . इस पर्यटन सीजन में विदेशी टूरिस्ट के इन दिनों नियमित अंतराल पर आने से वाल्मीकि नगर के गाइडों में खुशी का माहौल दिख रहा है. विदेशी पर्यटक लगातार टाइगर रिजर्व में आ रहें हैं,जो कि एक सुखद अहसास है.
55 साल बाद बाल्मिकी नगर आये पर्यटक ने पाया बदलाव
ओशो तपोवन संस्था काठमांडू के स्वामी श्री अरुण ने बताया कि नेपाल में ओशो के लगभग 100 आश्रम संचालित है. जिसमें प्रतिवर्ष लगभग 80 देशों के लोग साधना के लिए आते हैं. लुम्बनी नेपाल में भी आश्रम संचालित है जहां सोमवार को शिविर का आयोजन होना है. उन्होंने यह भी बताया कि इसके पूर्व लगभग 55 वर्ष पहले भी वाल्मीकि नगर में कुछ दिन गुजार चुके हैं, किंतु अब वाल्मीकि नगर पूरी तरह विकसित है.वे इस्टर्न नेपाल कैनाल के पूर्व डिजाइनर अभियंता रह चुके हैं.
काफी पसंद आयी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र की सुंदरता
25 सदस्यीय टीम में शामिल यूक्रेन, रूस, और नेपाल के सदस्यों ने बताया कि हम वाल्मीकि नगर की प्राकृतिक सौंदर्य से अभिभूत हुए हैं. नेपाल और जर्मनी के स्वामी और बीबी एयरलाइंस के प्रबंधक आनंद देव ने बताया कि हम ओशो का प्रचार प्रसार हमारी प्राथमिकता है. हमने वाल्मीकि नगर विधायक रिंकू सिंह के साथ निर्माणाधीन अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर का भ्रमण किया है जो अद्भुत है. हमें वाल्मीकि टाइगर रिजर्व वन क्षेत्र की सुंदरता काफी पसंद आयी. टाइगर रिजर्व के नजदीक से बहने वाली नारायणी गंडक नदी की कलकल कर बहने वाली धारा,जहां इसकी सुंदरता बढ़ती है वहीं गंडक बराज पर घूमना रोमांचक है.
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काफी खुश नजर आये विदेशी टूरिस्ट
वन क्षेत्र पदाधिकारी राज कुमार पासवान के अनुसार विदेशी टूरिस्ट काफी खुश नजर आ रहे हैं. प्राकृतिक दृश्यों को नजदीक से देखने का मौका पर्यटकों को आकर्षित करता है, जिससे वीटीआर को ब्रांडिग मिलेगी. विदेशी पर्यटकों के भ्रमण करने के बाद वीटीआर प्रशासन और ज्यादा विदेशी पर्यटकों के आने की उम्मीद बना है. वर्तमान सीजन में देश के कोने कोने से पर्यटक लगातार आ रहे हैं. वीटीआर की जैव विविधता, प्राकृतिक सौंदर्य भारतीय और विदेशी पर्यटकों को हमेशा अपनी तरफ खींचता है.
पर्यटकों की संख्या में हो रही है लगातार वृद्धि
साल दर साल यहां पर्यटकों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. स्वामी ने बताया कि अन्य देशों का भी भ्रमण किया है, परंतु वीटीआर की सुंदरता, शांत वातावरण अन्य देशों से बिलकुल अलग है. जंगल कैंप परिसर में टाइगर का सेल्फी प्वाइंट बहुत खूबसूरत है. यहां के अधिकारी भी सहज हैं और यहां का वातावरण और भोजन तो अदभुत है.