किशनगंज. बिहार के किशनगंज जिले में भारत-नेपाल की सीमा से सटे गांव में करीब एक महीने से हाथियों का उत्पात लगातार चल रहा है. कभी इस गांव में तो कभी उस गांव में हाथियो का झुंड पहुंचता है और किसानों की फसल को बर्बाद कर देता है. इसी क्रम में दिघलबैंक प्रखंड के धनतोला पंचायत अंतर्गत बिहारीटोला कामत गांव में रविवार को किसान मक्के की खेत में कार्य कर रहे थे. उसी समय अचानक हाथियो का झुड वहां आ धमका और कार्य कर रहे एक किसान राम नारायण शर्मा को कुचल कर मार डाला. घटना की जानकारी मिलते ही थोड़ी ही देर में घटनास्थल पर सैकड़ों लोग उपस्थित हो गये. सूचना मिलते ही दिघलबैंक थानाध्यक्ष आरिज एहकाम पुलिस फोर्स के साथ घटना स्थल पर पहुंचे. वहीं वन रेंजर यूएन दुबे एसएसबी 19 वीं वाहिनी के इंस्पेक्टर अरविंद कुमार भी मौके पर पहुंच गये. थानाध्यक्ष एहकाम ने शव को पोस्टमार्टम के लिए किशनगंज सदर अस्पताल भेज दिया.
मृतक व्यक्ति की पहचान रामनारायण शर्मा उम्र 65 वर्ष, पिता स्वमहेंद्र शर्मा उर्फ समोली शर्मा, ग्राम कामत धनतोला निवासी के रूप में किया गया. घटना के संबंध में बताया जाता है कि बीती रात्रि नेपाल के जंगलों से करीब आधा दर्जन से अधिक हाथियों का झुंड सीमावर्ती क्षेत्र के इन गांवों के बगल में लगे मकई खेतों में आकर रुक गया. सुबह लोगों को इस बात की सूचना मिली कुछ किसान अपने खेतों में लगे मकई को देखने के लिए वहां गया हुआ था. बताया जाता है कि मृतक राम नारायण शर्मा वृद्ध होने के कारण हाथियों के झुंड के चपेट में आ गए. जिससे हाथियों ने उसके सर को बुरी तरह से कुचल दिया. जिस कारण घायल व्यक्ति की दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गयी. वन विभाग द्वारा रात्रि में हाथियों को भगाने के लिए तैयारियां कर रहे थे. फाटक एवं मशाल जलाकर हाथियों को भगाया जायेगा.