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Bihar news: छपरा जेल में एक बंदी निकला कोरोना पॉजिटिव, संपर्क में आने वाले सभी कैदियों का लिया गया सेंपल

मंडल कारा में एक बंदी के जिससे प्रारंभिक जांच में कोरोना पॉजिटिव बताया गया है, उसके सेंपल का आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए भेज दिया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मी जो मंडल कारा में शिविर के दौरान सेंपल लेने के लिए गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | January 2, 2022 2:07 PM

बिहार के छपरा मंडल कारा में विचाराधीन एक बंदी कोरोना पॉजिटिव मिला है. कोरोना पॉजिटव होने के बाद मंडल कारा हड़कंप मचा गया. वहीं मंडल कारा में कोरोना संक्रमित मरीज के संपर्क में आने वाले पुलिसकर्मी और बंदी को आइसोलेशन में रखा गया है. सिविल सर्जन डॉ सागर दुलार सिन्हा के अनुसार मंडल कारा के चिकित्सकों को मौखिक एवं लिखित आदेश देकर बंदियों एवं कर्मियों की जांच कराने का निर्देश दिया गया है.

मंडल कारा में एक बंदी के जिससे प्रारंभिक जांच में कोरोना पॉजिटिव बताया गया है, उसके सेंपल का आरटीपीसीआर जांच कराने के लिए भेज दिया गया है. वहीं स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मी जो मंडल कारा में शिविर के दौरान सेंपल लेने के लिए गया था. जानकारी के अनुसार चार बंदी के कोरोना पॉजिटिव है. मंडल कारा में वर्तमान में शनिवार को 2331 बंदी है. इन बंदियों में 40 फीसदी मद्यनिषेध के मामले में गिरफ्तार होकर आये है.

क्षमता के तीनगुना से ज्यादा बंदी मंडल कारा में बंद है. एक-एक वार्ड में क्षमता से ज्यादा बंदियों के रखा गया है. वहीं, ठंड के कारण बंदी चाहकर भी वार्ड के बाहर ज्यादा समय नहीं बिता पा रहे है. वहीं मंडल कारा में महिला बंदी एवं उनके बच्चे भी है. ऐसी स्थिति में ज्यादा संख्या में बंदी होने के कारण कोरोना पॉजिटिव बंदियों की संख्या बढ़ने की आशंका कारा प्रशासन को सता रही है. यदि कारा में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती है तो निश्चित तौर पर बंदियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन को अगली कार्रवाई करनी होगी.

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वर्ष 2020-21 में वैश्विक महामारी कोरोना के भय से बंदियों को छपरा व्यवहार न्यायालय में पेशी के बाद जेल में भेजने के बदले सरकार के निर्देश के आलोक में पुरुष बंदियों को गोपालगंज कारा, दरभंगा के बेनीपुर कारा, बगहा कारा तथा महिला बंदियों को समस्तीपुर के दलसिंहसराय कारा भेजा जा रहा था. काराअधिक्षक ने बताया कि कोरोना का भय खत्म होने के बाद कारा प्रशासन के द्वारा बंदियों को कोरनटाइन नहीं किया जा रहा था.

ऐसी स्थिति में कोरोना पॉजिटिव हुए बंदी मंडल कारा में गिरफ्तार होकर आया. 31 दिसंबर को कोरोना लक्षण मिलने पर उसका जब जांच कराया गया तो, वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया. इस दौरान वह अपने वार्ड में रहने वाले बंदियों के संपर्क में रहने के साथ-साथ अन्य बंदियों के संपर्क में रहा है. जिसे लेकर बंदियों में चिंताएं है. मंडल कारा में रह रहे बंदियों की आरटीपीसीआर जांच करायी जा रही है.

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