भागलपुर के कहलगांव में ठनका से बचने के लिए पोखर में कूदीं दो बहनें, डूबने से हो गयी मौत
भागलपुर के कहलगांव में अचानक घना बादल छा गया और तेज गर्जना के साथ बिजली कौंधी. दोनों बच्चियां बचने के लिए गड्ढानुमा पोखर में कूद गयीं, लेकिन उसमें अधिक पानी था, जिससे वे डूब गयीं.
भोलसर पूरब टोला की इंदिरा आवास कॉलोनी के बगल में ऐश डाइक पर मंगलवार की शाम एक पानी भरे गड्ढे में डूबने से दो बच्चियों की मौत हो गयी. दोनों आपस में ममेरी-फुफेरी बहनें थीं. गंगा पार तीनटंगा और भागलपुर दाउदवाट निवासी अखिलेश पासवान व रंजीत पासवान की पुत्री ममेरी- फुफेरी बहनें गौरी कुमारी (10) व राधा कुमारी (09) कुछ दिन पहले भोलसर पढ़ाई के लिए आयी थी. गौरी पास के राजकीय कन्या मवि में पढ़ने जाया करती थी. मंगलवार को दिन के करीब 3:30 बजे घर से दोनों शौच के लिए ऐश डाइक पर गयी थीं.
तेज गर्जना के साथ बिजली कौंधी तो दोनों पोखर में कूद गयीं
अचानक घना बादल छा गया और तेज गर्जना के साथ बिजली कौंधी. दोनों बच्चियां बचने के लिए गड्ढानुमा पोखर में कूद गयीं, लेकिन उसमें अधिक पानी था, जिससे वे डूब गयीं. दोनों के घर से निकलने की जानकारी नानी पांचो देवी को थी. देर तक जब वे नहीं लौटीं तो उसने घरवालों और पड़ाेसियों से उन्हें ढूंढने को कहा. पड़ोस के युवक शिवा, प्रीतम, सोनू, लड्डू पासवान, पंकज पासन और कुछ महिलाएं ऐश डाइक की ओर दोनों को ढूंढते हुए पहुंचे.
पानी भरे गड्ढे में दोनों के शव मिले
वहां पानी भरे गड्ढे में दोनों के शव मिले. युवकों ने गड्ढे से शवों को बाहर निकाला. हादसे की खबर मिलने पर घर और गांव में कोहराम मच गया. सूचना मिलने पर रसलपुर थाना की पुलिस और पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि नीरज मंडल पहुंचे. मुखिया प्रतिनिधि ने अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को पांच हजार रुपये दिये. पुलिस ने बताया कि बुधवार को शवों को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेजा जायेगा.
Also Read: Bihar Weather: पटना में देर रात आंधी के साथ हुई बारिश, बिहार में आज भी तेज हवाएं चलने का पूर्वानुमान
प्री मॉनसून बारिश सामान्य से 14% अधिक
बिहार में पिछले 36 घंटे में 14 स्थानों पर 12 से 50 मिलीमीटर तक बारिश हुई है. प्रदेश में प्री मॉनसून बारिश सामान्य से 14% अधिक हाे चुकी है. आइएमडी की आधिकारिक जानकारी के मुताबिक बिहार में अc तक प्री मॉनसून बारिश 75 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. प्रदेश में इस अवधि तक सामान्य बारिश करीब 65 मिलीमीटर बारिश हुआ करती थी.