पटना के घोसवरी पीएचसी में शनिवार को प्रसव के दौरान शिशु बदलने का आरोप लगा लोगों ने जमकर हंगामा किया. इस दौरान तकरीबन चार घंटे तक अस्पताल परिसर में अफरातफरी की स्थिति बनी रही. बताया जा रहा है कि घोसवरी की त्रिमुहान पंचायत के चकदह निवासी टुनटुन महतो की पत्नी दुलो देवी प्रसव पीड़ा होने पर पीएचसी पहुंची. प्रसव के बाद उसके परिजनों ने आरोप लगाना शुरू कर दिया कि दुलो ने बेटे को जन्म दिया था, लेकिन किसी दूसरे प्रसूति की नवजात पुत्री को उसे सौंपा जा रहा था. इधर स्वास्थ्यकर्मी उन्हें समझा बुझा कर मामले को शांत करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन परिजनों ने सूचना देकर दर्जनों ग्रामीणों को भी इकट्ठा कर लिया.
वहीं पीएचसी के बाहर लोगों ने बवाल काटना शुरू कर दिया. इससे पीएचसी के बाहर एनएचन 82 पर वाहनों का परिचालन भी प्रभावित होने लगा. विवश होकर अस्पतालकर्मियों ने स्थानीय पुलिस को हंगामे की सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हंगामे को शांत कराने का प्रयास किया. इस बीच पुलिसकर्मियों ने अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लग सका. स्वास्थ्यकर्मियों का कहना था कि दुलो के प्रसव से 20 मिनट पहले सम्यागढ़ के लक्ष्मीपुर की महिला प्रेमलता ने बेटे को जन्म दिया था.
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कम अंतराल में दोनों के प्रसव को लेकर दुलो के परिजनों को बेटा पैदा होने की गलतफहमी हो गयी है. जबकि प्रसूता दुलो का कहना था कि प्रसव के बाद उसकी सास चाय लाने अस्पताल से बाहर गयी. इस बीच नवजात को बदल लिया गया. घंटों मशक्कत के बाद हंगामा कर रहे लोगों को पीएचसी से वापस कराया गया. पीएचसी प्रभारी एनके बैठा ने कहा कि डीएनए टेस्ट के बाद ही इस मामले में निदान निकल सकेगा. दोनों ही प्रसूता पुरुष शिशु पर दावा कर रहे थे. प्रसूता दुलो को फिलहाल नवजात पुत्री को सौंप दिया गया है. वहीं अविलंब इस मामले में निदान का भरोसा दिया गया है.