Bihar News: बालू से अवैध कमाई को लेकर बिक्रम के तत्कालीन सीओ वकील प्रसाद सिंह के खिलाफ इओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने सख्त कार्रवाई की है. मंगलवार को उनके पैतृक घर, पटना और रांची स्थित ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. इस दौरान करोड़ों की अवैध संपत्ति का पता चला है. आठ डीएसपी के नेतृत्व में गठित आठ टीमों ने आठ जगहों पर छापेपारी की है. बिक्रम के तत्कालीन सीओ वकील प्रसाद सिंह की नियुक्ति 1999 में योजना एवं विकास विभाग में हुई.
उन्हें अपने सेवाकाल के दौरान वेतन एवं भत्तों से 74.90 लाख रुपये की आय हुई, जबकि उनके पास 77.10 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति पायी गयी है, जो उनकी आय से 84.2% ज्यादा है. उनके पटना के गोला रोड में सोनु मार्केट के पास सूर्य चंद्र विहार अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 202 और रोहतास जिले के बड़डी थाने के मझुई गांव में एक साथ तलाशी ली गयी. इसके अलावा रांची में सरला बिरला स्कूल के पास स्वयं और पत्नी के नाम से 10 डिसमिल जमीन और इस पर बने मकान की भी तलाशी हुई.
पटना व रांची में मौजूद इनके मकानों की सरकारी कीमत 46.21 लाख रुपये बतायी जा रही है, जबकि इनका बाजार मूल्य इससे कहीं ज्यादा है. तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में विभिन्न स्थानों पर निवेश से जुड़े कागजात मिले हैं. जांच में यह पाया गया कि बतौर सीओ ये नवीनगर (औरंगाबाद), उदवंतनगर (भोजपुर) और बथनाहा (सीतामढ़ी) में पदस्थापित थे. नौकरी में आने से पहले इनके पास किसी तरह की संपत्ति नहीं थी.
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अब तक की जांच में यह पाया गया कि मृत्युंजय कुमार सिंह 2012 में एमवीआइ बने. नौ साल में उन्हें वेतन के तौर पर अब तक 71.60 लाख रुपये मिले हैं, जबकि उनके पास 3.80 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति मिली है, जो उनकी आय के ज्ञात स्रोतों से 531 प्रतिशत अधिक है.
उनके पास करोड़ों रुपये मूल्य के आवासीय परिसर व फ्लैट के अलावा लाखों की गाड़ियां मिली हैं. पटना के गोला रोड में मौजूद उनके पेंट हाउस में जब टीम पहुंची, तो यह बंद मिला. फिर मजिस्ट्रेट और रूपसपुर थाना पुलिस की मौजूदगी में इसका ताला तोड़ कर तलाशी ली गयी. इस आलीशान घर की सरकारी कीमत 49 लाख रुपये है.