बिहार के 6590 ईंट-भट्ठों ने नहीं दी रॉयल्टी, अब होगी कार्रवाई, भुगतान नहीं करने वाले भट्ठे होने बंद
बिहार में करीब 6590 ईंट-भट्ठे चल रहे हैं. इनमें से करीब 2819 ईंट-भट्ठों ने खान एवं भूतत्व विभाग को स्वामित्व का भुगतान कर दिया है. वहीं, 3771 ईंट-भट्ठों ने स्वामित्व राशि का भुगतान नहीं किया है. इनसे स्वामित्व वसूली की तैयारी खान एवं भूतत्व विभाग कर रहा है.
बिहार के करीब 57 फीसदी ईंट-भट्ठों ने खान एवं भूतत्व विभाग को 2022-23 के लिए राजस्व के रूप में स्वामित्व का भुगतान नहीं किया है. ये ईंट-भट्ठे राज्य के करीब 18 जिलों में मौजूद हैं. इन भट्ठा मालिकों की पहचान कर उनको स्वामित्व का भुगतान करने का निर्देश दिया गया है. खान निरीक्षकों को इसके लिए जिम्मेदारी दी गयी है. स्वामित्व नहीं देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की तैयारी है. ऐसे भट्ठे बंद होंगे, साथ ही वहां की ईंट जब्त कर ली जायेंगी. स्वामित्व वसूली में लापरवाह खनन विकास अधिकारियों और खान निरीक्षकों के खिलाफ विभाग ने कार्रवाई की चेतावनी दी है.
बिहार में में करीब 6590 ईंट-भट्ठे चल रहे
सूत्रों के अनुसार इस साल राज्य में करीब 6590 ईंट-भट्ठे चल रहे हैं. इनमें से करीब 2819 ईंट-भट्ठों ने खान एवं भूतत्व विभाग को स्वामित्व का भुगतान कर दिया है. वहीं, 3771 ईंट-भट्ठों ने स्वामित्व राशि का भुगतान नहीं किया है. इनसे स्वामित्व वसूली की तैयारी खान एवं भूतत्व विभाग कर रहा है. विभाग ने इसके लिए खनन विकास अधिकारियों और खान निरीक्षकों को निर्देश जारी किया है और स्वामित्व वसूली के लिए विशेष अभियान चलाने के लिए कहा गया है. इसके तहत प्रत्येक जिलों में वसूली के लिए खान निरीक्षकों के बीच ईंट-भट्ठों को बांटा जायेगा.
ये सभी ईंट-भट्ठे नयी तकनीक से संचालित हैं
गौरतलब है कि ये सभी ईंट-भट्ठे नयी तकनीक से संचालित हैं. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए राज्य के ईंट-भट्ठों को नयी तकनीक से चलाने का निर्देश विभाग की तरफ से पहले से दिया जा चुका है. साथ ही बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इसका कड़ाई से पालन करवा रहा है. इस तकनीक को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किया गया था. नयी गाइडलाइन के अनुसार 31 मार्च ,2021 के बाद ईंट भट्ठों का संचालन अनिवार्य रूप से जिग-जैग ब्रिक तकनीक अपना कर ही किया जा सकता है. वहीं, पुरानी तकनीक से चलने वाले सभी ईंट-भट्ठे बंद करवाये जा चुके हैं.
इन 18 जिलों में शामिल ईंट-भट्ठों से होगी स्वामित्व की वसूली
पटना, वैशाली, सीवान, सीतामढ़ी, सारण, नवादा, मोतिहारी, जहानाबाद, कैमूर, गोपालगंज, गया, दरभंगा, भोजपुर, भागलपुर, बेतिया, औरंगाबाद, अररिया और अरवल.