बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निशाने पर सोमवार को अंचलाधिकारी और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारी रहे. जनता दरबार में अधिकतर मामले दाखिल- खारिज नहीं होने तथा अंचलाधिकारियों द्वारा रिश्वत मांगे जाने की शिकायत को लेकर आये. मुख्यमंत्री ने अपने प्रधान सचिव दीपक कुमार एवं राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को तलब कर कई निर्देश दिये. साथ ही अधिक बिजली बिल आने की शिकायतों को भी मुख्यमंत्री ने गंभीरता से लिया और ऊर्जा विभाग के अधिकारियों को इस पर कार्रवाई के निर्देश दिये.
शेखपुरा से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से जमीन के परिमार्जन को लेकर शिकायत दर्ज करायी तो मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर कहा कि इसे देखिये. सीओ पैसा मांग रहा है. दाखिल खारिज के दो अन्य केस आये. मुख्यमंत्री ने कार्रवाई करने का आदेश दिया. शेखपुरा जिले से जमीन संबंधी तीन मामले आने पर मुख्यमंत्री प्रधान सचिव से कहा कि हम देख रहे हैं कि वहां का कई केस आया है. क्या हो रहा है. देख लीजिए
जनता दरबार में जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम के तहत वृक्षारोपण में भारी घोटाले की शिकायत की गयी. समस्तीपुर से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री के सामने कहा कि वृक्षारोपण में बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है. इसकी जांच करायी जाये. इसके बाद मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्तीपुर से आये इस शख्स ने वृक्षारोपण में बड़े स्तर पर घोटाले की शिकायत की है. इस मामले को देखिये. सुपौल से आये एक शख्स ने कहा कि उसे अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. बीडीओ काफी पहले ही जांच कर लिए, लेकिन अब तक पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. इसके बाद सीएम ने विभाग के प्रधान सचिव से कहा कि अरे भाई यह आये हैं सुपौल से. इन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. अधिकारी ने जवाब दिया कि इन्हें पीएम आवास योजना के लिए चिन्हित नहीं किया गया है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप अपने राज्य के आवास योजना का लाभ दिलाये.
जनता दरबार में मुख्यमंत्री के पास फोन लगाने वाला शख्स नया था. फोन अटेंडेंट ने पहले तो हाथ से फोन गिरा दिया. तब मुख्यमंत्री ने टोकते हुए कहा कि हाथ तुड़वा दोगे क्या. दूसरी बार मुख्यमंत्री ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अधिकारी को फोन लगाने को कहा. फोन लगाने वाले शख्स ने अफसर को फोन लगाया और मुख्यमंत्री को थमा दिया. सीएम फोन पर हैलो-हैलो करते रहे, लेकिन उधर से कोई आवाज नहीं मिली. इसके बाद उन्होंने फोन थमाते हुए कहा कि कहां आवाज है. फिर अपने प्रधान सचिव की तरफ देखते हुए कहा कि आज काहे नया लड़का को लाये हैं ? बार-बार आज काहे दिक्कत हो रहा है ?
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मधुबनी से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गांव में कई लोगों के राशन कार्ड नहीं बनने की शिकायत की. युवक ने कहा कि मेरा नाम नीतीश कुमार मंडल है. मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा कि मेरा ही नाम रख लिये हैं आप. सीएम ने कहा, जब मेरा नाम था तब देश में किसी का नाम नहीं था. आज कल तो ढेर आदमी नाम रख लिया है नीतीश कुमार.