बीपीएससी वाले गायब शिक्षकों के खिलाफ एक्शन, 50 “भगोड़ा” घोषित, अब तक 3 सस्पेंड
विभाग के एसीएस केके पाठक ने खुद स्वीकार किया है कि विभाग की सख्ती से योगदान कर चुके लगभग 50 शिक्षक स्कूल से गायब है. ऐसे शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने "भगोड़ा शिक्षक" करार दिया है. हाजीपुर जिला शिक्षा विभाग ने प्रथम फेज के तीन शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया गया है.
पटना. बीपीएससी परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों को शिक्षक के तौर पर नियुक्त होने का मौका मिला, लेकिन इन अभ्यर्थियों में से कुछ ने शिक्षा विभाग को “गच्चा” दे दिया है. अभ्यर्थियों की करस्तानी से विभाग हैरान-परेशान है. विभाग के एसीएस केके पाठक ने खुद स्वीकार किया है कि विभाग की सख्ती से योगदान कर चुके लगभग 50 शिक्षक स्कूल से गायब है. ऐसे शिक्षकों को शिक्षा विभाग ने “भगोड़ा शिक्षक” करार दिया है.
हाजीपुर में गायब तीन शिक्षक निलंबित
हाजीपुर जिला शिक्षा विभाग ने स्कूल से बिना सूचना के गायब रह रहे बीपीएससी प्रथम फेज के तीन शिक्षकों पर कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया गया है और विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा की गई है. शिक्षकों की सेवा भी समाप्त की जा सकती है. तीनों शिक्षक प्रथम फेज में बीपीएससी से उतीर्ण होकर काउंसलिंग के बाद स्कूल में योगदान दिया था, लेकिन योगदान करने के बाद आज तक उनकी उपस्थिति विद्यालय में नहीं हुई है.
ये शिक्षक हुए निलंबित
अनुपस्थित चल रहे शिक्षकों मेंजनता उत्क्रमित हाईस्कूल, हरिप्रसाद मुर्तजापुर जंदाहा कक्षा 11-12 की इकोनॉमिक्स शिक्षिका मिनाक्षी कुमारी, बीपीएससी रोल नम्बर 886038, उत्क्रमित हाई स्कूल हसनपुर ओस्ती महुआ, कक्षा 9-10 की हिन्दी शिक्षिका प्रियंका सिंह, बीपीएससी रोल 870774 एवं उत्क्रमित मिडिल स्कूल मुर्तुजापुर पूर्वी जंदाहा के कक्षा 1-5 जनरल विषय के शिक्षक सावंत कुमार बीपीएससी रोल 429299 शामिल हैं.
तीनों के खिलाफ होगी विभागीय कार्रवाई
जिला शिक्षा पदाधिकारी बीरेंद्र नारायण ने बताया कि ये तीनों शिक्षक प्रथम फेज के हैं. तीनों शिक्षक स्कूल मेंयोगदान देकर बिना सूचना के भाग गए हैं. विभाग का निर्देश है कि जो भगौड़े शिक्षक हैं. उस पर कठोर कार्रवाई की जाये. तत्काल तीनों शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. विभागीय कार्रवाई के बाद उनकी सेवा समाप्त कर दी जाएगी.
भगोड़े शिक्षक नहीं बच सकेंगे
इन भगोड़े शिक्षकों पर एसीएस पाठक की पैनी नजर है और इन्हें वे छोड़ने के मूड में नहीं है. उन्होंने डीएम को एक ताजा पत्र भेजा है, जिसमें कहा है कि अगर उनके जिले में भी कोई शिक्षक स्कूल में योगदान देने के बाद से नदारद है, तो ऐसे भगोड़े शिक्षकों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कार्रवाई करें. उन्होंने डीएम को भगोड़े शिक्षकों को शीघ्र निलंबित कर विभागीय कार्रवाई करने के लिए डीईओ को निर्देशित करने की बात कही है.
बिना सूचना के नदारद है शिक्षक
बताया गया है कि कुछ शिक्षक दूसरे विभाग में नौकरी लग जाने के चलते, तो कुछ अन्य कारणों से शिक्षक की नौकरी नहीं कर सके और बिना सूचना के नदारद हो गए. इन्हीं गुरूजी को विभाग भगोड़ा मानकर चल रही है. अगर ये सभी 50 शिक्षक विभाग को सूचना देकर या त्याग पत्र देकर नौकरी छोड़े रहते, तो शायद ये भगोड़ा घोषित नही हुए रहते.
बढ़ेगी भगोड़े शिक्षकों की संख्या
जानकारों का मानना है कि 15 जनवरी से जिलों में बायोमेट्रिक सिस्टम से एक बार फिर बीपीएससी वाले शिक्षकों की जांच की जायेगी. इससे यह संभावना बन रही है कि जो शिक्षक अवैध रूप से नौकरी कर रहे होंगे या जो फर्जी तरीके से शिक्षक बन गए होंगे, वो बायोमेट्रिक जांच का सामना करने नही आयेंगे और स्कूल से फरार हो जायेंगे.
बढ़ेगी ऐसे शिक्षकों की संख्या
15 के बाद बिहार में भगोड़े शिक्षकों की संख्या में इजाफा होने की संभावना व्यक्त की जा रही है. गौरतलब कि हाजीपुर और सहरसा जिलों में तीन फर्जी शिक्षक बेनकाब हो चुके है. तीन शिक्षक पकड़ में आने से पहले ही फरार हो चुके. हालांकि विभाग की सख्ती से इन फर्जी और अवैध शिक्षकों पर शामत आने वाली है.