पटना. बालू माफियाओं से सांठगांठ और बालू के अवैध खनन को लेकर राज्य सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई की जांच रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को दूसरे दिन चार एसडीपीओ को पद से हटा दिया गया. उन्हें पुलिस मुख्यालय में योगदान करने को कहा गया है.
गृह विभाग के आदेश के अनुसार इनमें पाली के एसडीपीओ तनवीर अहमद, आरा के एसडीपीओ पंकज रावत, डेहरी के एसडीपीओ संजय कुमार और औरंगाबाद सदर के एसडीपीओ अनूप कुमार शामिल हैं.
इओयू ने राज्य में बालू के अवैध खनन में संलिप्त पुलिस, खनन, परिवहन और राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की भूमिका व संलिप्तता को लेकर एक बड़ी रिपोर्ट तैयार की है. इओयू ने बड़े ही गोपनीय ढंग से बालू का अवैध खनन कराने, बालू के ट्रांसपोर्टेशन से लेकर अवैध जमाखोरी में बालू माफियाओं का साथ देने वाले और इसके लिए अवैध कारोबार में हिस्सा लेने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों को चिह्नित किया है.
इओयू ने गृह विभाग को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. इसके बाद गृह विभाग ने सभी संबंधित विभागों को कार्रवाई करने के निर्देश जारी किये. उसी के आधार पर एक के बाद एक कार्रवाई की जा रही है.
इससे पहले बुधवार को इस मामले में इओयू की रिपोर्ट पर दो एसपी व दो डीटीओ समेत 15 से अधिक अधिकारियों को हटाया गया था. इनमें भोजपुर व औरंगाबाद के एसपी और पटना व औरंगाबाद के जिला परिवहन पदाधिकारी शामिल हैं. परिवहन विभाग ने भोजपुर के एमवीआइ को निलंबित कर दिया था, जबकि पटना व गया के एमवीआइ का तबादला किया गया था.
खनन विभाग ने भोजपुर व सारण के खान निरीक्षक को हटा कर सहकारिता विभाग में वापस भेज दिया है. इसके अलावा राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कोइलवर, बिहटा, फुलवारीशरीफ, विक्रम व घोसी के सीओ का भी तबादला किया था.
Posted by Ashish Jha