पटना. शिक्षा विभाग के सचिव ने राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय एवं नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुल सचिव / समकक्ष पदाधिकारियों को पत्र लिख कर कहा है कि कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां से अनुपस्थितों की सटीक जानकारी नहीं मिल रही है. सबसे अहम यह है कि अनुपस्थित पाये गये शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के वेतन रोकने संबंधी स्पष्ट सूचना भी नहीं दी जा रही है. इसे विभाग गंभीरता से लेगा. लिहाजा निर्देश दिया जाता है कि जिन संबद्ध कॉलेजों की तरफ से अनुपस्थिति की जानकारी नहीं दी जा रही है, उनके खिलाफ अब सख्त कार्रवाई की जायेगी.
अनुपस्थिति की जानकारी अपराह्न तीन बजे तक देना अनिवार्य
शिक्षा विभाग के सचिव ने अपने पटर में लिखा कि विश्वविद्यालय एवं अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों को अनुपस्थिति की जानकारी अपराह्न तीन बजे तक अनिवार्य तौर पर दी जाये. अंगीभूत एवं संबद्ध कॉलेजों को अलग-अलग दर्शाया जाये.
वेतन रोकने संबंधी स्पष्ट आदेश की जानकारी भी मांगी गई
शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव ने निर्देश दिये हैं कि अनुपस्थित शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की संख्या के साथ-साथ निर्धारित प्रपत्र के कॉलम में उनका नाम भी दर्शाया जाये. साथ ही विश्वविद्यालयों से कहा है कि अनुपस्थित पदाधिकारियों का वेतन रोकने संबंधी स्पष्ट आदेश की जानकारी भी दी जाये.
कालेजों और विश्वविद्यालयों से हर दिन होती है चर्चा
जानकारी के मुताबिक शिक्षा विभाग के उच्च शिक्षा निदेशालय से विश्वविद्यालयों एवं कॉलेजों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रत्येक कार्य दिवस के दौरान सुबह साढ़े नौ बजे चर्चा की जाती है. इस चर्चा का मकसद विश्वविद्यालयों के साथ विभिन्न मसलों के समाधान की कोशिश की जाये.