मुजफ्फरपुर स्टेशन रोड में धर्मशाला से मालगोदाम चौक तक बनी 116 दुकानों को तोड़ने में गत 21 जनवरी को नगर निगम ने जो तेजी दिखायी थी, वह तेजी मलबा हटाने में नहीं दिख रहा है. इससे स्टेशन रोड में धूल उड़ने के साथ-साथ दुर्घटना की आशंका हो गयी है. दुकानों को ध्वस्त किये जाने के दौरान बिजली का वायर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. इससे स्टेशन रोड की कोई भी स्ट्रीट लाइट नहीं जल रही है. इससे शाम होते ही स्टेशन रोड में अंधेरा हो जाता है. दूसरी ओर, मलबा यूं ही छोड़ दिया गया है. आसपास के लोग उसमें दिन-रात छड़ निकालने में जुटे हैं. दीवार की ईंट उखाड़ कर ले जा रहे हैं. इसमें छोटे-छोटे बच्चे भी लगे हुए हैं. इससे आसपास की दीवारों पर अड़े मलबा के गिरने से इन लोगों के हादसे की आशंका है. स्मार्ट सिटी की योजना के तहत सड़क की चौड़ाई बढ़ाने एवं नाला निर्माण के लिए स्टेशन रोड में नगर निगम की 116 दुकानों को तोड़ा गया है.
24 घंटे के अंदर मलबा हटाने का था आदेश
नगर आयुक्त ने दुकानों को तोड़े जाने के बाद 21 जनवरी की ही रात्रि जेसीबी व ट्रैक्टर व हाईवा लगा मलबा हटाने का आदेश सिटी मैनेजर सहित अन्य कर्मियों को दिया था, लेकिन दो दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. हालांकि, अपर नगर आयुक्त नंद किशोर चौधरी ने बताया कि रात्रि में अभियान चलाकर सिटी मैनेजर को सभी मलबा को हटाने का आदेश दिया गया है.
बाहर से आने वालों के मन में शहर का होगा खराब परसेप्शन
स्टेशन रोड शहर की सबसे प्रमुख सड़क है. इस रास्ते से दिन-रात लोग आते-जाते हैं. लेकिन, अभी की जो व्यवस्था है, इसे देख बाहर से आने-जाने वाले लोगों के मन में शहर का बहुत खराब परसेप्शन होगा. यह सब जानते हुए भी नगर निगम व स्मार्ट सिटी के अधिकारी व कर्मचारी सुस्ती बरत रहे हैं.