पटना. राज्य के प्लस टू स्कूलों और कॉलेजों में इंटर में एडमिशन के लिए फर्स्ट मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन अब 31 अगस्त तक करवा सकते हैं. इससे पहले इसकी अंतिम तिथि 24 अगस्त थी. अब बोर्ड ने 25 से 31 अगस्त तक तिथि विस्तार कर दी है. संयुक्त सचिव ओएफएसएस ने सभी डीइओ और प्राचार्यों को पत्र जारी कर दिया है.
सचिव ने कहा है कि तिथि विस्तार के संबंध में सभी स्कूल और कॉलेज अपने नोटिस बोर्ड पर जानकारी उपलब्ध करवा दें. जिन स्टूडेंट्स के एडमिशन को प्राचार्य द्वारा ओएफएसएस पोर्टल पर ऑनलाइन रूप से एक सितंबर तक अपडेट नहीं किया जायेगा, तो यह समझा जायेगा कि संबंधित स्टूडेंट्स एडमिशन के लिए आवंटित संस्थानों में उपस्थित नहीं हुए हैं.
उन सीटों को रिक्त मानते हुए समिति द्वारा सेकेंड एवं उनके बाद थर्ड मेरिट लिस्ट में जारी किया जायेगा, जिसमें ऐसे स्टूडेंट्स का नाम सम्मिलित नहीं किया जायेगा.
ऑनलाइन फैसिलिटेशन सिस्टम फॉर स्टूडेंट्स ( ओएफएसएस) पोर्टल के जरिये स्टूडेंट्स की सेकेंड मेरिट लिस्ट 31 अगस्त के बाद ही जारी की जायेगी. फर्स्ट लिस्ट में शामिल स्टूडेंट्स का जारी इंटिमेशन लेटर अब 31 तक वैलिड रहेगा. स्टूडेंट्स को आवंटित संस्थानों में एडमिशन लेना होगा. 3629 से अधिक प्लस टू स्कूलों और कॉलेजों में 17 लाख से अधिक सीटों पर 11वीं में एडमिशन 31 अगस्त तक होगा.
बोर्ड ने कहा है कि जिनका नाम फर्स्ट मेरिट लिस्ट में नहीं है, वे 31 अगस्त तक नया विकल्प भर सकते हैं. इसमें स्टूडेंट्स नये कॉलेज या संकाय का चुनाव कर सकते हैं. न्यूनतम 10 और अधिकतम 20 विकल्प भर सकेंगे. इन्हीं विकल्पों के आधार पर उन्हें सेकेंड लिस्ट में जगह मिलेगी. हालांकि, दोबारा विकल्प के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा.
कॉलेजों को कहा गया है कि वे नामांकन के अगले दिन ओएफएसएस पोर्टल पर लिस्ट अनिवार्य रूप से अपलोड कर दें. सभी शिक्षण संस्थानों को एक सितंबर तक पोर्टल पर एडमिशन लिस्ट अपलोड कर देना होगा. इसमें लापरवाही पाये जाने पर संस्थान के प्राचार्य के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की जायेगी.
फर्स्ट लिस्ट में कॉलेज आवंटन से असंतुष्ट स्टूडेंट्स स्लाइड अप विकल्प का प्रयोग कर सकेंगे. बोर्ड ने कहा है कि अगर कोई स्टूडेंट्स उन्हें आवंटित किये जानेवाले कॉलेज या स्कूल से संतुष्ट नहीं हैं और दूसरा कॉलेज या संकाय चुनना चाहते हैं, तो ऐसे स्टूडेंट्स स्लाइड अप का विकल्प चुन सकते हैं, लेकिन उनके लिए आवश्यक है कि वे पहले उस संस्थान में एडमिशन ले लें, जहां उनका चयन हुआ है, अन्यथा उनका आवेदन रद्द कर दिया जायेगा.
इस संस्थान में एडमिशन कराने के बाद ही वे सेकेंड या थर्ड लिस्ट जारी होने पर उच्चतर प्राथमिकता वाले संस्थान में एडमिशन ले सकेंगे. स्लाइड अप का विकल्प स्टूडेंट्स को 31 अगस्त के बीच अपनाना होगा. स्लाइड अप के विकल्प में उन्हें उन्हीं संस्थानों में एडमिशन मिलेगा, जिनका विकल्प उन्होंने आवेदन के वक्त दिया है नये संस्थान को जोड़ने का मौका नहीं दिया जायेगा.
Posted by Ashish Jha