बिहार: मुजफ्फरपुर में बिछ रहा गंदे काम का जाल, कई हुए शिकार, पुलिस की छापामारी में दो हिरासत में
मुख्य मास्टर माइंड युवकी अबतक लापता है. पुलिस उसकी खोज में छापेमारी कर रही है. लेकिन, उसका सुराग नहीं मिल सका है. सदर पुलिस की ओर से बताया गया है कि ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही मामले में खुलासा होगा.
मुजफ्फरपुर में बढ़ते सेक्सटॉर्शन के केस में पुलिस ने सिटी एसपी अरविंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर सदर पुलिस ने देर रात भगवानपुर, बजरंगपुरम और रेवा रोड में ताबड़तोड़ छापेमारी की. इस दौरान दो संदिग्धों को पुलिस ने उठाया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. मुख्य मास्टर माइंड युवक अबतक लापता है. पुलिस उसकी खोज में छापेमारी कर रही है. लेकिन, उसका सुराग नहीं मिल सका है. सदर पुलिस की ओर से बताया गया है कि ऑपरेशन पूरा होने के बाद ही मामले में खुलासा होगा. फिलहाल छापेमारी जारी है.
नहीं मिल सका है मास्टर माइंड युवती का सुराग
एक हाई प्रोफाइल सेक्सोटार्शन की शिकायत सिटी एसपी से की गयी. जिसकी छानबीन के बाद पता चला कि सदर थाना क्षेत्र के भगवानपुर इलाके से ऑपरेट किया जा रहा है. इसके बाद एसपी के निर्सदेश पर सदर, डीआइयू और विशेष टीम सिटी छापेमारी की गयी. पुलिस ने इस क्रम में पूरे मोहल्ले की नाकेबंदी कर दी थी. छापेमारी करीब 20 घंटे तक चली, लेकिन इसके बाद भी पुलिस को मास्टर माइंड युवती का सुराग नहीं मिल सका है.
मुजफ्फरपुर से गायब डीपीओ तीन माह बाद भी ट्रेसलेस
उधर मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाना क्षेत्र के अयाची ग्राम रोड नंबर पांच से लापता डीपीओ (जिला प्रोग्राम पदाधिकारी) राजेश कुमार मिश्रा 90 दिनों से ट्रेसलेस हैं. पुलिस की अनुसंधान पटना के अगमकुआं के बाद आगे नहीं बढ़ पाया. गायब होने के बाद से डीपीओ का स्विच ऑफ हुए सरकारी व दो निजी मोबाइल अभी भी स्विच ऑफ बता रहा है. जिला पुलिस की सर्विलांस टीम का कहना है कि मोबाइल ऑन होने के बाद भी लोकेशन ट्रेस किया जा सकता है. पत्नी अर्चना कुमारी भी पति को ढूंढ़ते- ढूंढ़ते थक चुकी हैं. वह देवघर जाकर भी खोजबीन की. साथ ही देश के अधिकांश तीर्थ स्थल जिनके आसपास उनके रिश्तेदार रहते हैं उनको सोशल मीडिया के माध्यम से डीपीओ की तस्वीर भेजी है. रिश्तेदारों से पति की तलाश में मदद मांगी है.
गम में डूबा परिवार
पांच फरवरी से गायब मधुबनी जिले के डीपीओ राजेश कुमार मिश्रा की पत्नी अर्चना कुमारी को किसी तरह की अनहोनी की आशंका सता रही है. उसका परिवार भी गम में डूबा हुआ है. पत्नी का कहना है कि केस के आइओ अशोक कुमार दास उनसे एक माह पहले बात किये थे. पुलिस की ओर से केस में क्या कार्रवाई की जा रही है, इस पर पूछने पर कोई जानकारी नहीं मिल पाती है.
मधुबनी में छोड़ा था सुसाइड नोट
अहियापुर पुलिस का कहना है कि सेक्सटॉर्शन का शिकार होने के बाद डीपीओ घर से पैदल ही निकले. फिर बैरिया से बस पकड़ कर पटना गये. अगमकुआं में बस से उतरे थे. इसके बाद वह कहां गये कुछ पता नहीं चल पाया. पुलिस का कहना है कि पटना में कई जगहों पर सीसीटीवी फुटेज खंगाली लेकिन, कुछ सुराग नहीं मिला. डीपीओ सेक्सटॉर्शन गिरोह को कई बार पैसे भी भेज चुका था. डीपीओ के गायब होने के बाद मधुबनी में पत्नी के नाम से छोड़ा एक सुसाइड नोट मिला था. इस मामले में नगर डीएसपी राघव दयाल का कहना है कि सुराग जुटाने के लिए पुलिस कई बार पटना जा चुकी है. वहां से आगे कुछ भी पता नहीं चल पा रहा है. उनका मोबाइल अभी तक ऑन नहीं हुआ है. पुलिस टीम की जांच जारी है.