लालू यादव के साले सुभाष यादव के घर पर चिपका इश्तेहार, 30 दिनों के अंदर हाजिर नहीं होने पर होगी कुर्की-जब्ती
बिहटा थाने की पुलिस के साथ एयरपोर्ट पुलिस भी थी. पुलिस ने ढाेल-नगाड़ा के साथ इश्तेहार को उनके आवास पर चिपकाया और निकल गयी. अगर 30 दिन के अंदर में सुभाष यादव हाजिर नहीं होते हैं तो फिर उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती कर दी जायेगी.
पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के साले व पूर्व सांसद सुभाष यादव के कौटिल्य नगर विधायक कॉलोनी स्थित निजी आवास पर मंगलवार को बिहटा थाने की पुलिस ने इश्तेहार वारंट चस्पा कर दिया है. बिहटा थाने की पुलिस के साथ एयरपोर्ट पुलिस भी थी. पुलिस ने ढाेल-नगाड़ा के साथ इश्तेहार को उनके आवास पर चिपकाया और निकल गयी. अगर 30 दिन के अंदर में सुभाष यादव हाजिर नहीं होते हैं तो फिर उनकी संपत्ति की कुर्की-जब्ती कर दी जायेगी.
नेऊरा की सात कट्ठा जमीन का मामला
पुलिस ने यह बात माइकिंग कर भी बतायी. सुभाष यादव सहित सात के खिलाफ वर्ष 2023 के चार मई को नेऊरा के बेला गांव निवासी भीम शर्मा ने बिहटा थाना में कांड संख्या 425/23 दर्ज कराया था. भीम ने आरोप लगाया था कि उनकी नेऊरा की सात कट्ठा जमीन काे मां ने सुभाष यादव की पत्नी रेणु देवी के नाम से 26 फरवरी 2021 काे रजिस्ट्री कर दिया था और उन्हें 96 लाख रुपये प्राप्त हुए थे.
ना तो जमीन वापस मिली और न ही पैसे वापस मिले
सुभाष यादव पर आरोप है कि पैसा लेने के बाद उन्होंने अपने लोगों को भेज कर रजिस्ट्री के अगले दिन 27 फरवरी काे मां व भाई काे अपने काैटिल्यनगर स्थित आवास पर बुलवाया. इसके बाद दोनों को बंधक बना कर 60 लाख 50 हजार ले लिया और यह कहा कि जमीन वापस कर देंगे. लेकिन न तो जमीन वापस मिली और न ही पैसे वापस मिले. इस केस में सुभाष, सुभाष की पत्नी रेणु देवी, सुभाष के बेटे रंधीर यादव, बेला गांव के पंकज सिंह, अरुण कुमार उर्फ मुंशी व अर्जुन राय अभियुक्त हैं.
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मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाने के बाद दर्ज हुआ था केस
भीम की पुश्तैनी जमीन नेऊरा-खगाैल राेड पर है. रकम के साथ ही जमीन हाथ से जाने के बाद उन्होंने बिहटा थाना में शिकायत की. लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिला और उन्होंने जब मुख्यमंत्री के जनता दरबार में जाकर शिकायत की तो बिहटा थाने में केस दर्ज किया गया.