भाड़े के गुंडों को बुला की अधिवक्ता और नौकरानी की हत्या, दारोगा का बेटा गिरफ्तार
तिलकामांझी स्थित नवाबबाग कॉलोनी में गुरुवार रात वरिष्ठ अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकरानी रेणु देवी की अपराधियों ने निर्मम हत्या कर दी थी. शुक्रवार सुबह मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की.
भागलपुर : तिलकामांझी स्थित नवाबबाग कॉलोनी में गुरुवार रात वरिष्ठ अधिवक्ता कामेश्वर पांडेय और उनकी नौकरानी रेणु देवी की अपराधियों ने निर्मम हत्या कर दी थी. शुक्रवार सुबह मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की. पहले घटनास्थल से हत्यारों के विरुद्ध पुख्ता सबूत जुटाये और फिर मामले के अनुसंधान में लग गयी.
मामले में पुलिस सूत्रों और तकनीकी जांच के आधार पर हत्या में शामिल एक अप्राथमिक अभियुक्त 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया. बल्कि पुलिस ने हत्या में शामिल कुल चार लोगों की विस्तृत जानकारी भी निकाल ली. शनिवार सुबह हुई गिरफ्तारी के बाद शनिवार शाम ही पुलिस ने किशनगंज इलाके से अधिवक्ता के घर से हत्यारों द्वारा लूटी गयी उनकी लग्जरी कार को भी बरामद कर लिया. मामले में पुलिस को मिली सफलता को लेकर शनिवार सुबह ही एसएसपी ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता का आयोजन किया.
प्रेस वार्ता के दौरान एसएसपी आशीष भारती ने गिरफ्तार अभियुक्त और हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या में शामिल अभियुक्त दारोगा का बेटा रविश कुमार को उसके बबरगंज थाना क्षेत्र स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ के दौरान उसने पुलिस को जानकारी दी है कि अधिवक्ता और नौकरानी की हत्या करने के लिए गोपाल भारती ने उन्हें मोटी रकम अदा करने का वादा किया था. इसके लिए उसने 10-10 हजार रुपये एडवांस भी दिये थे.
पूछताछ के दौरान पुलिस को जानकारी मिली है कि उन लोगों ने रात करीब 9 बजे घर के नीचे पोर्टिको के पास किसी काम से आयी नौकरानी रेणु देवी के सिर पर वार कर गोपाल के कमरे में खींच लिया और वहीं गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी. हत्या करने के बाद उन लोगों ने नौकरानी के शव को पहले कमरे में ही छिपा दिया था. और फिर अधिवक्ता के घर घुसकर पहले सिर पर वार कर घायल कर दिया और फिर तकिया दबाकर और गला घोंट कर अधिवक्ता की हत्या कर दी.
उसके बाद गोपाल ने घर के अलमारी और लॉकरों की चाबी निकाल उनमें रखे नकद, कागजात और गहनों को लूट लिया. और घर के भीतर चौखट पर टंगी कार की चाबी उठा ली. अधिवक्ता की हत्या करने के बाद वे लोग घर से नीचे उतरे और अपने कमरे में मौजूद नौकरानी के शव को ड्रम में ठिकाना लगा दिया. और फिर अधिवक्ता की कार में ही बैठकर वे लोग निकल गये. अधिवक्ता के घर से निकलने के बाद वे लोग सीधे पूर्णिया पहुंचे.
जहां पूर्णिया से ठीक पहले एक ढाबा पर गोपाल ने उन्हें वापस लौटने को कहा और फिर गाड़ी लेकर वहां से निकल गया. वहीं पुलिस ने अनुसंधान के क्रम में किशनगंज स्थित नेपाल बॉर्डर के समीप से अधिवक्ता की कार को बरामद कर लिया. हालांकि अपराधी गोपाल भारती वहां से भागने में सफल रहा. एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त ने घटना में शामिल गोपाल भारती सहित अन्य दो लोगों के नाम बताया है. पुलिस उक्त अभियुक्तों की भी तलाश कर रही है.