बिहार में नैक मान्यता प्राप्त 92 कॉलेज की संबद्धता समाप्त, अपर मुख्य सचिव ने जारी किया पत्र, देखें सूची
बिहार में नैक मान्यता प्राप्त 92 कॉलेजों व दूसरे समकक्ष उच्च शिक्षण संस्थाओं की मान्यता समाप्त हो गयी है. अब नैक मान्यता प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थाओं की संख्या 134 से घट कर लगभग 48 पर सिमट गयी है.
पटना: प्रदेश में नैक मान्यता प्राप्त 92 कॉलेजों व दूसरे समकक्ष उच्च शिक्षण संस्थाओं की मान्यता समाप्त हो गयी है. अब नैक मान्यता प्राप्त उच्च शिक्षण संस्थाओं की संख्या 134 से घट कर लगभग 48 पर सिमट गयी है. शिक्षा विभाग इस मामले में गंभीर हो गया है. जिन कॉलेजों या शिक्षण संस्थाओं की नैक मान्यता समाप्त हुई है, उन्हें वह अब नैक के लिए प्रशिक्षित करने जा रहा है.
दिया जाएगा प्रशिक्षण
आधिकारिक जानकारी के मुताबिक इन कॉलेजों की नैक संबद्धता जुलाई 2020 से नवंबर 2022 के बीच खत्म हुई है. 92 उच्च शिक्षण संस्थाओं में से 49 की कॉलेजों की ट्रेनिंग 24 और 25 दिसंबर को रखी गयी है. वहीं, शेष 43 कॉलेजों की ट्रेनिंग 26-27 दिसंबर को रखी गयी है. नैक की ट्रेनिंग देने के लिए बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद के शैक्षणिक सलाहकार प्रो एनके अग्रवाल और नैक के विशेषज्ञ बेंगलुरु से आने वाले हैं.
शिक्षण संस्थाओं को वित्तीय सहायता मिलती है
उल्लेखनीय है कि नैक की संबद्धता उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए बेहद अहम हो गयी है. नैक की मान्यता के आधार पर शिक्षण संस्थाओं को वित्तीय सहायता प्राप्त होती है. सरकार वहां की आधारभूत संरचना विकास में वित्तीय मदद करता है. फिलहाल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने सभी कुलपतियों को पत्र लिख कर कहा है कि प्रस्तावित सेमिनारों में जवाबदेह पदाधिकारियों को भेजा जाये.
अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने पत्र में लिखा है कि पिछले वर्षों की वार्षिक गुणवत्ता आश्वासन रिपोर्ट नैक को प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है, तभी अगले चरण की नैक मान्यता के लिए आवेदन किया जा सकेगा.
पांच साल के लिए नैक की मान्यता मिलती है. बिहार के 92 कॉलेजों की नैक मान्यता खत्म हो गयी है. इनको यह मान्यता पांच साल के लिए मिली थी. नैक मान्यता की विभिन्न पैरामीटर को समझाने के लिए इन कॉलेजों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. हमें पूरी उम्मीद है कि अगले चरण में हमारे शिक्षण संस्थान नेक मान्यता हासिल करने में सक्षम होंगे. इस दिशा में हमारी प्रभावी तैयारी चल रही है- प्रो एनके अग्रवाल,शैक्षणिक सलाहकार , बिहार उच्चतर शिक्षा परिषद