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87 साल बाद सहरसा-सरायगढ़-झंझारपुर-दरभंगा रेलखंड में दौड़ी ट्रेन
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1934 में भूकंप की वजह से निर्मली-सरायगढ़ रेलखंड पर रेल सेवा को बंद कर दिया गया था
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87 साल बाद निर्मली से सरायगढ़ रेल लिंक से जुड़ जाएगा
बिहार के सहरसा-सरायगढ़-झंझारपुर-दरभंगा रेलखंड में करीब 87 साल बाद रेल सेवा दोबारा बहाल हुई है. जिससे लोगों में खुशी की लहर देखी जा रही है. शनिवार 13 मार्च को स्पीड ट्रायल के लिए इस रूट पर ट्रेन को चलाया गया.
समस्तीपुर रेलमंडल के मीडिया प्रभारी ने बताया कि शनिवार को जीएम ललित चन्द्र त्रिवेदी ने रूट का जाएजा लिया, उसके बाद सीआरएस का निरक्षण तय होगा. ट्रायल पूरा होने के बाद हरि झंडी मिलते ही इस रूट पर ट्रेन सेवा बहाल हो जाएगी.
भूकंप की वजह से बंद हुई थे सेवा
मालूम हो 1934 में आये भयंकर भूकंप के कारण इस रूट पर ट्रेन की सेवा बाधित हुई थी. बताया जा रहा है कि 5 जनवरी 1934 को आये विनाशकारी भूकंप की वजह से निर्मली-सरायगढ़ रेलखंड पर रेल सेवा को बंद कर दिया गया था.
87 साल बाद निर्मली से सरायगढ़ रेल लिंक से जुड़ जाएगा
बताया जा रहा है कि 87 सालों के बाद दोबारा निर्मली से सरायगढ़ रेल लिंक से जुड़ जाएगी. इसके साथ ही कोसी और मिथिलांचल के बीच सीधी रेल सेवा भी बहाल हो जाएगी. 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोसी ब्रिज का उद्धघाटन किया था. जिसके बाद से ही लोगों में उम्मीद जगी थी कि इस रूट में जल्द रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी.
Posted By – Arbind kumar mishra