पटना. रात के 12:30 बज रहे हैं और बोरिंग रोड चौराहे से गुजरने वाली सभी सड़कें जाम हैं. जाम भी ऐसी कि गाड़ियां सिर्फ सरक रही हैं. सड़कों पर आस्था है, उमंग है और उत्साह है. डेढ़ साल बाद त्योहार के मौके पर आस्था से सराबोर यह उत्साह ठीक उसी रंग में लौटा है, जैसा दशहरे में पटना में दिखता रहा है. पिछले साल 24 मार्च से कोरोना के कारण लॉकडाउन लगा था और लोग घरों में बंद रहने को मजबूर थे. बुधवार का महाष्टमी पर पटना जंक्शन, कदमकुआं चूड़ी मार्केट, डोमन भगत लेन से लेकर शहर के पश्चिमी इलाके शेखपुरा, राजाबाजार व अनिसाबाद में भी कमोवेश यही स्थिति रही.
शाम छह बजे से रात 12 बजे तक हर पंडाल में भारी भीड़ उमड़ी. बेली रोड में शेखपुरा मोड़ से जगदेव पथ तक लाइटिंग और सजावट से आकर्षक नजारा दिखा. लोग पंडालों के आसपास लगे फूड स्टॉल, चाट-पकौड़े का लुत्फ लेते दिखे और बच्चों के लिए खिलौने की दुकानों पर भी भीड़ दिखी. रात 12 बजे के बाद भीड़ थोड़ी कम हुई और सुबह तीन बजे तक ऐसा ही नजारा दिखा.
सीएम ने शीतला, बड़ी व छोटी पटनदेवी सहित कई मंदिरों में की पूजा
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महाअष्टमी के दिन बुधवार की सुबह मां शीतला मंदिर, बड़ी पटनदेवी मंदिर और छोटी पटनदेवी मंदिर जाकर पूजा-अर्चना की और राज्य की सुख-समृद्धि, शांति और प्रगति की कामना की. मुख्यमंत्री ने मारूफगंज स्थित श्री श्री बड़ी देवी और श्री श्री दलहट्टा देवी भी जाकर मां भगवती की पूजा-अर्चना की. मुख्यमंत्री को मारूफगंज मारवाड़ी सेवा समिति की ओर से अंगवस्त्र, पाग और प्रतीक चिह्न भेंट किया गया.
वहीं, शाम को मुख्यमंत्री ने गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी, शेखपुरा, खाजपुरा और रामकृष्ण मिशन जाकर मां दुर्गा की आराधना की. सुबह में पूजा-अर्चना के बाद पत्रकारों से मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग महाअष्टमी के दिन दर्शन करने के लिए यहां आते रहे हैं. पिछली बार कोरोना के कारण सबकुछ प्रतिबंधित था, जिसके कारण नहीं आ पाये थे. आज पुनः यहां आने पर मुझे बहुत प्रसन्नता रही है.
सीएम के साथ शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार व चंचल कुमार, मेयर सीता साहू, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार व ओएसडी गोपाल सिंह, आइजी संजय सिंह, डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी उपेंद्र शर्मा सहित अन्य अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे.
Posted by: Radheshyam Kushwaha