पटना के फतुहा-दनियावां एनएच 30 ए पर धोबा नदी रेलवे गुमटी के पास मंगलवार की देर रात करीब एक बजे अपराधियों ने पिता-पुत्र को गोली मार दी, जिसमें पिता व मालवाहक मैजिक गाड़ी के चालक उदय राय (46 वर्ष) की मौत हो गयी. जबकि पुत्र गौतम कुमार (16 वर्ष) को इलाज के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है. गौतम के पैर में गोली लगी थी, जिसके कारण वह फिलहाल खतरे से बाहर है. गौतम के बयान के आधार पर सात अज्ञात अपराधियों के खिलाफ फतुहा थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. साथ ही पुलिस पूरे मामले की जांच में लगी है. उदय राय खुसरूपुर थाने के खिरोधपुर निवासी नागेश्वर राय का पुत्र है.
जानकारी के अनुसार उदय राय बेटे गौतम के साथ थर्मोकोल को सासाराम पहुंचाने के लिए गाड़ी से निकले. इसी बीच जैसे ही उदय अपनी गाड़ी जनार्दनपुर धोबा पुल के समीप रेलवे गुमटी पार कर फतुहा -दनियावां एनएच -30 ए की ओर बढ़ना चाहा, वैसे ही पहले से घात लगाये छह-सात की संख्या में रहे अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दिया. इस दौरान अपराधियों की चलायी दो गोलियां उदय के सीने में लगीं और उनके पुत्र गौतम को पैर में गोली लगी. उदय की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी.
जबकि गौतम गाड़ी से निकल कर बाहर की ओर भागा. बुधवार की अहले सुबह गश्ती कर रही पुलिस को क्षतिग्रस्त मैजिक गाड़ी एनएच और रेलवे ट्रैक के बीच खाली जगह में खड़ी मिली, जबकि उदय की बॉडी रेलवे ट्रैक व एनएच 30 ए से पूरब में पड़ी थी. घटना की जानकारी मिलने पर फतुहा थानाध्यक्ष मनोज कुमार सिंह ने दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लिया और गोली लगने से जख्मी गौतम कुमार को इलाज के लिए पटना भेज दिया. वहीं शव को घटनास्थल से पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच भेज दिया. घटनास्थल से पुलिस को छह खोखे भी मिले हैं.
लूट का नहीं था कोई इरादा
पुलिस के अनुसार, जिस तरह से अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है, उससे स्पष्ट है कि उनकी मंशा थर्मोकोल व फोम लदे पिकअप वैन या रुपये लूटने की नहीं थी. बल्कि वे लोग उदय की हत्या करने के लिए ही आये थे. इसके पीछे का एक कारण यह भी है कि पिकअप वैन में सारा सामान व 2500 रुपये भी सही सलामत मिले.
हत्या के प्रतिशोध में हुई घटना
पुलिस के अनुसार, उदय राय हत्या के एक मामले अभियुक्त था, जो कुछ महीने पहले ही जेल से छूटकर अपने घर लौटा था. तीन साल पहले खुसरूपुर थाना क्षेत्र के ही खिरोधरपुर में इलाहाबाद बैंक के पास एक स्थानीय व्यक्ति की हत्या हुई थी, जिसमें उदय राय नामजद अभियुक्त था. संभावना यह जतायी जा रही है कि उसी हत्या के प्रतिशोध में भी घटना को अंजाम दिया गया है.