पटना. जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम लंबे अंतराल के बाद 12 जुलाई से फिर शुरू हो रहा है. यह कार्यक्रम हर सोमवार को आयोजित होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि 12 जुलाई से वह जनता दरबार लगायेंगे. जनता दरबार में आने वालों के लिए जिलों से आने की व्यवस्था होगी.
उन्होंने कहा कि कोरोना को देखते हुए नियम बनाने का हमने निर्देश दिया है. सीएम ने कहा कि पहले के दो कार्यकालों में जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम का आयोजन होता रहा था. 2016 में लोक शिकायत निवारण कानून लागू होने के बाद इसे बंद कर दिया गया. फिर से इसे शुरू किया जायेगा. कोरोना के कारण अब तक शुरू नहीं किया जा सका. अब पहले की तरह ही महीने के तीन सोमवार को इसे शुरू किया जायेगा.
इधर,जनता के दरबार में मुख्यमंत्री के आयोजन को लेकर मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने मंगलवार को सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, प्रमंडलीय आयुक्तों और डीएम के साथ कार्यक्रम की रूपरेखा पर समीक्षा की.
जनता दरबार में आनेवाले फरियादियों के लिए आवश्यक होगा कि उनका आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ कोरोना का टीकाकरण कराना आवश्यक होगा. इसकी जिम्मेदारी सभी डीएम को सौंपी गयी है. मुख्यमंत्री सचिवालय को प्राप्त आवेदनों को डीएम को भेज दिया जायेगा. आवेदकों को चिह्नित कर उनकी आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण सुनिश्चित कराया जायेगा.
राजधानी पटना से दूरवर्ती जिलों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह आवदेकों को एक दिन पहले पटना के निकट के जिलों में भेज दें. वहां पर उनको रहने की व्यवस्था होगी. जिन जिलों के आवेदक एक दिन में आ सकते हैं, वहां के आवेदक सीधे जनता दरबार में पहुंचेंगे.
जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम की तैयारी को लेकर खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम सचिवालय पहुंच कर जनता दरबार स्थल का निरीक्षण किया था. साथ ही कार्यक्रम को सही तरीके से संचालित करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये थे. इधर मंगलवार को मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने आलाधिकारियों के समक्ष वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पूरे आयोजन की रूपरेखा रखी.
बैठक में सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, डीजीपी व मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव और अन्य अधिकारियों ने भाग लिया. जिलों से बैठक में डीएम, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी, डीआइजी और एसपी भी शामिल हुए. मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि कोरोना के मद्देनजर इस कार्यक्रम के संचालन के लिए संचालन प्रक्रिया विकसित की गयी है.
कोरोना के निर्धारित प्रोटोकाल का कार्यक्रम के दौरान पालन हो, इसका विशेष ख्याल रखा जाये. इससे पहले सोमवार को मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से इस आयोजन को लेकर जिलों को पत्र भी जारी किया गया था. पत्र में छह जुलाई की बैठक का भी हवाला दिया गया था.
Posted by Ashish Jha