पटना. पटना एम्स में एक बार फिर से आम मरीजों का इलाज हो सकेगा. कोरोना काल शुरू होने के साथ ही यहां ओपीडी समेत विभिन्न सेवाएं बंद कर दी गयी थीं. पटना एम्स को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल में तब्दील कर दिया गया था
करीब नाै महीने बाद यहां नॉन कोविड मरीजों का एक बार फिर से इलाज शुरू होगा. हालांकि अभी कोविड प्रोटोकॉल के साथ विभिन्न शर्तों के साथ ही इलाज होगा. इसको लेकर पटना एम्स प्रशासन ने बुधवार को आदेश जारी कर दिये हैं.
यहां नॉन कोविड मरीजों के इलाज के लिए नये नियमों के मुताबिक अब ओपीडी में अप्वाइंटमेंट लेने के लिए कम से कम एक दिन पहले मोबाइल या टेलीफोन के माध्यम से संपर्क करना होगा. इसके लिए एम्स प्रशासन पांच टेलीफोन नंबर जारी करेगा. ये सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक काम करेंगे.
ओपीडी के हर एक विभाग में रोजाना सिर्फ 20 मरीजों को ही डॉक्टर देखेंगे. रजिस्ट्रेशन सुबह आठ बजे से शुरू होगा. नये मरीजों के लिए ओपीडी का टाइम सुबह नौ बजे से रहेगा.
वहीं पुराने मरीजों के लिए समय दोपहर 12 बजे से होगा. यहां आने वाले मरीजों और उनके परिजनों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा. मरीज के साथ सिर्फ एक परिजन को यहां आने की अनुमति रहेगी.
वहीं इंडोर मरीजों को भी यहां अब भर्ती किया जायेगा. लेकिन इसके लिए उनकी कोरोना जांच अनिवार्य रहेगी. कोरोना निगेटिव होने पर ही इसके नॉन कोविड वार्ड में मरीजों को भर्ती किया जायेगा.
उनकी एम्स में जांच होने की स्थिति में जब तक रिपोर्ट नहीं आती है तब तक दूसरे मरीजों से अलग कर उन्हें होल्डिंग एरिया में रखा जायेगा.
पटना एम्स में भले ही ओपीडी आैर इनडोर की सुविधा शुरू हो गयी है लेकिन यहां अभी भी ट्रामा और इमरजेंसी सुविधा को सस्पेंड रखा गया है.
Posted by Ashish Jha