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शुगर फ्री आलू के बाद पलामू में शुगर फ्री काला धान की खेती शुरू, इन बीमारियों में है फायदेमंद

Jharkhand News, पलामू न्यूज (जितेन्द्र प्रसाद) : झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड की दंगवार पंचायत के दुमरहथा गांव के किसानों ने शुगर फ्री काला धान की खेती शुरू की है. इस संबंध में किसान व बीकेएस एग्रीफार्म प्रोड्यूसर कम्पनी के प्रियरंजन सिंह ने बताया कि संस्था की देख-रेख में दुमरहथा के दर्जनों किसानों द्वारा नदियाइन में 20 एकड़ में इस धान की खेती की जाएगी. इसके अलावा सोनबरसा के किसान सोमर सिंह, मंगलडीह के रंजन कुमार सिंह भी इस धान की खेती करेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 19, 2021 2:14 PM

Jharkhand News, पलामू न्यूज (जितेन्द्र प्रसाद) : झारखंड के पलामू जिले के हुसैनाबाद प्रखंड की दंगवार पंचायत के दुमरहथा गांव के किसानों ने शुगर फ्री काला धान की खेती शुरू की है. इस संबंध में किसान व बीकेएस एग्रीफार्म प्रोड्यूसर कम्पनी के प्रियरंजन सिंह ने बताया कि संस्था की देख-रेख में दुमरहथा के दर्जनों किसानों द्वारा नदियाइन में 20 एकड़ में इस धान की खेती की जाएगी. इसके अलावा सोनबरसा के किसान सोमर सिंह, मंगलडीह के रंजन कुमार सिंह भी इस धान की खेती करेंगे.

बीज की बोआई की गई है. इसका बीज गोरखपुर से मंगाया गया है. इसकी जैविक खेती की जाएगी. इसकी पैदावार कम पानी में भी होती है. इसकी लम्बाई 90-110 सेमी होती है. इसकी उपज तक़रीबन प्रति एकड़ 25 क्विंटल होती है. एसआर पद्धति से रोपाई की जाएगी. शुगर फ्री काला धान की खेती जैविक खाद से की जाएगी. यह धान 100-110 दिनों में तैयार हो जाता है. इस काला चावल में बासमती चावल जैसी महक होगी.

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इस पद्धति से प्रति एकड़ दो केजी बीज लगेगा. बीज की कीमत 300 रुपये प्रति केजी है. काला चावल का वैल्यू तकरीबन 200 रुपये प्रति केजी होगा. इसमें जिंक व आयरन की मात्रा अधिक होती है. इसकी खेती मेघालय में होती रही है. डायबिटीज मरीजों के अलावा ह्रदय रोग एवं कैंसर रोगियों के लिये भी लाभदायक होगा. यह चावल स्वाद व स्वास्थ्य दोनों दृष्टिकोण से अच्छी है. मौके पर मुख्य रूप से बिनोद सिंह, राजा सिंह, गणेश मिस्त्री, संजय मिस्त्री, कृष्णा मेहता, अनोज सिंह, रामाधार पाल, प्रमोद सिंह आदि कई किसान मौजूद थे. आपको बता दें कि यहां के किसानों ने इस वर्ष शुगर फ्री आलू की खेती की है.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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