पारंपरिक शादी से अलग हट कर विवाह करने वाले तेजस्वी यादव अकेले ऐसे राजनेता नहीं हैं. उनके पहले प्रदेश में कई वरिष्ठ नेता जाति व धर्म को दरकिनार कर अपना जीवनसाथी चुन चुके हैं.ऐसे नेताओं की लंबी सूची है. विपक्ष के नेता तेजस्वी ने अपनी पसंद की लड़की से शादी का फैसला कर परंपरा तोड़ दी.राजनीति में पिता लालू प्रसाद के धूर विरोधी रहे सुशील कुमार मोदी और तेजस्वी यादव में इस मामले में समानता दिखती. सुशील मोदी ओर तेजस्वी दोनों उपमुख्यमंत्री रहे. दोनों विधानसभा में विपक्ष के नेता भी रहे.
दोनों ने क्रिश्चियन समाज की लड़की से विवाह किया. सुशील मोदी की पत्नी जेसी जॉर्ज भी क्रिश्चियन हैं और दोनों ने प्रेम विवाह किया है. तेजस्वी की पत्नी भी क्रिश्चियन हैं और दोनों ने अपनी पसंद से विवाह किया है. तेजस्वी और सुशील मोदी के अलावा वरिष्ठ नेताओं में जेपी आंदोलन से छात्र राजनीति से सक्रिय राजनीति में आये पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने भी जाति और धर्म से अलग हट कर विवाह किया है.
मौजूदा नीतीश सरकार में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन की पत्नी भी हिंदू समाज से आती हैं. सरकार के दूसरे वरिष्ठ मंत्री अशोक चौधरी भी अपनी पसंद से जाति-धर्म के ऊपर विवाह बंधन में बंधे हैं. सांसद राजीव प्रताप रूडी की पत्नी भी बिहार से बाहर की हैं.राजनेताओं की नयी पीढ़ी भी जाति बंधन को किनारे कर शादी का फैसला ले रही है.
पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी की नतिनी की उसके दोस्त कनार्टक के वोक्कालिगा समाज के लड़के से शादी हुई है. वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान की पुत्री का विवाह भी चर्चा में रहा है. विधानसभा में भी एक-दो विधायक ऐसे हैं, जिनकी शादी अभी नहीं हुई हैं. इनमें श्रेयसी सिंह,चेतन आनंद, संदीप सौरव व अजित कुशवाहा के नाम प्रमुख हैं.
Posted by: Radheshyam Kushwaha