‘अगर बेटा चाहिए तो 25 लाख भेजो..’ बिहार में डॉक्टर के बाद अब मोबाइल कंपनी के मैनेजर गायब, जानें मामला
भागलपुर में कायर्रत माेबाइल कंपनी के एग्जक्यूिटव मैनेजर सुमन साैरभ पटना जंक्शन से संदिग्ध परिस्थित में गायब हो गये हैं. वह चार मार्च की रात करीब 9:30 बजे पटना से भागलपुर जाने के लिए पटना जंक्शन पहुंचे और फिर ट्रेसलेस हो गये.
पटना. भागलपुर में कायर्रत माेबाइल कंपनी के एग्जक्यूिटव मैनेजर सुमन साैरभ पटना जंक्शन से संदिग्ध परिस्थित में गायब हो गये हैं. वह चार मार्च की रात करीब 9:30 बजे पटना से भागलपुर जाने के लिए पटना जंक्शन पहुंचे और फिर ट्रेसलेस हो गये. इसके पूर्व उन्होंने परिवार को वीडियो कॉल कर जानकारी दी थी कि वह काम निबटा कर पांच मार्च की सुबह तक लौट आयेंगे. फिलहाल उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ है. खास बात यह है कि उनके ही वाट्सअप नंबर से किसी ने भागलपुर में रहने वाली उनकी मां सरिता देवी के वाट्सअप पर मैसेज भेजा.
25 लाख रुपये सुमन के खाते में भेज दाे
मैसेज में कहा गया है कि अगर बेटा चाहिए, ताे दो दिनों में 25 लाख रुपये सुमन के खाते में भेज दाे, नहीं ताे बेटा से हाथ धाे बैठाेगी. इसके बाद सुमन के परिजन पांच व छह मार्च को पटना जीआरपी पहुंचे और मामले की जानकारी दी. लेकिन मामला दर्ज नहीं किया गया. इसके बाद सुमन के परिजनों ने पुलिस मुख्यालय में रेल आइजी राजेश त्रिपाठी से मुलाकात की और मामले की जानकारी दी. इसके बाद रेल आइजी ने पटना जीआरपी इंचार्ज रंजीत कुमार को मामला दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया, तो प्राथमिकी दर्ज की गयी. सुमन मूल रूप से बांका के अमरपुर थाने के महादेवपुर के रहने वाले हैं.
तीन मार्च कोआया था पटना
सुमन तीन मार्च को अपने काम को लेकर पटना आये थे और एग्जीिबशन रोड स्थित एक होटल में रुके थे. इसके बाद घर लौटने के लिए चार मार्च को पटना जंक्शन पहुंचे और गायब हो गये. इसी बीच किसी ने सुमन के ही वाट्सअप से उनकी मां को पांच मार्च को 10:44 बजे रात में मैसेज भेजा किया, वे लोग तुरंत 25 लाख रुपये सुमन के खाते में डाल दें. रकम आने के बाद उनके बेटे को छोड़ दिया जायेगा. अगर काेई चालाकी की, ताे बेटा नहीं मिलेगा और यह खबर किसी काे नहीं बतानी है. अगर कहीं यह खबर लीक हुई, ताे समझ जाना फिर क्या हाेगा.
अब तुम्हारे हाथ में है, बेटा या पैसा
मैसेज में कहा गया है कि शरीर का सारा अंग निकाल के बेच देंगे, ताे इससे ज्यादा पैसा मिल जायेगा, समझ गये. अगर यह खबर कहीं भी देख ली, ताे समझ जाना फिर क्या होगा. नहीं तो अभी तक में उसके शरीर का सारा अंग निकाल कर बेच दिये होते. लेकिन इसको होश आ गया, शायद इसको बचना है. बाकी अब तुम्हारे हाथ में है, बेटा या पैसा. तुम्हारे हाथ में बस दो दिन बचा है, उसके बाद कहानी खत्म. इसके बाद सुमन की मां ने मैसेज का जबाव दिया कि हमको कैसे पता कि मेरा बेटा आपके पास है. हमको एक बार अपने बेटे से बात करवाइए, पैसों का इंतजाम हम कर देंगे.