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बिहार में सैद्धांतिक के बाद अब कॉलेज ने इंटर की प्रैक्टिकल परीक्षा से भी किया इनकार, राजभवन भेजा जायेगा प्रस्ताव

इंटर की सैद्धांतिक परीक्षा के बाद कॉलेज आने वाले दिनों में इंटर प्रैटिकल की परीक्षा भी लेने से मना कर सकता है. हालांकि इस बार कॉलेज ने इंटर की प्रैक्टिकल की परीक्षा ली है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 25, 2021 11:59 AM

भागलपुर. इंटर की परीक्षा नहीं लेने को लेकर एसएम कॉलेज व जिला शिक्षा विभाग के बीच चल रहा विवाद आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है. इंटर की सैद्धांतिक परीक्षा के बाद कॉलेज आने वाले दिनों में इंटर प्रैटिकल की परीक्षा भी लेने से मना कर सकता है. हालांकि इस बार कॉलेज ने इंटर की प्रैक्टिकल की परीक्षा ली है.

कॉलेज का कहना है कि साइंस के शिक्षकों की कमी है, जबकि विद्यार्थियों की संख्या अधिक है. ऐसे में प्रैक्टिकल परीक्षा लेने में दुश्वारी आ रही है.

कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो रमन सिन्हा ने कहा कि इस बार इंटर की प्रैक्टिकल परीक्षा किसी तरह कॉलेज ने ले लिया, लेकिन आने वाले दिनों में कॉलेज सैद्धांतिक व प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं लेगा. कॉलेज सिर्फ परीक्षा के लिए संसाधन उपलब्ध करायेगा.

राजभवन के नियम से चलता है कॉलेज

प्राचार्य ने कहा कि राजभवन के नियम से कॉलेज चलता है. कॉलेजों का नियम-कानून अलग है. शिक्षा विभाग के अंदर कॉलेज नहीं आता है. इसके लिए उनके ऊपर केस हो या जेल जाने की नौबत आये, देख लेंगे.

उन्होंने कहा कि इंटर के सत्र 2018-19, 2019-20 व 2020-21 के तहत कॉलेज में लिये गये नामांकन से मिले 10 लाख से अधिक रुपये बिहार विद्यालय समिति ने कॉलेज को नहीं दिया है. ऐसे में कॉलेज को इंटर से संबंधित कार्य में दिक्कत आ रही है.

कालेजों में नहीं हो इंटर की पढ़ाई

बताया जा रहा है कि सीनेट की बैठक में डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई बंद करने के लिए प्रस्ताव रखा जायेगा. सदन से मंजूरी मिलने के बाद राजभवन को प्रस्ताव भेजा जायेगा.

विवि के अधिकारी ने बताया कि टीएमबीयू के सरकारी कॉलेजों ने इंटर की पढ़ाई बंद करने को लेकर विवि को पत्र भेजा है. इसे सिंडिकेट की बैठक में रखा गया. सदन से मंजूरी मिलने के बाद सीनेट में रखा जायेगा.

भूटा की मांग : कॉलेजों में इंटर की परीक्षा नहीं हो

विवि के शिक्षक संगठन भूटा ने भी कॉलेजों में इंटर की परीक्षा नहीं लेने की मांग की है. मामले में विवि को आवेदन भी दिया है.

भूटा महासचिव डॉ पवन कुमार सिंह ने कहा कि इंटर की परीक्षा होने से कॉलेजों का कामकाज है. यहां तक कि शिक्षकों को हाजिरी बनाने तक के लिए कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाता है.

होगी वैकल्पिक व्यवस्था : डीइओ

डीइओ संजय कुमार ने कहा कि इंटर की परीक्षा को लेकर एसएम कॉलेज में शिक्षा विभाग की ओर से डॉ अरविंद कुमार को केंद्राधीक्षक बनाया गया है. इस संबंध में कॉलेज को जानकारी दे दी गयी है.

उन्होंने कहा कि कॉलेज इंटर की परीक्षा नहीं लेंगे, तो वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी. विभाग इंटर परीक्षा में अपने शिक्षकों को लगायेगा.

Posted by Ashish Jha

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