पटना. बिहार विधान परिषद में अब कुल 75 सदस्य हो गये हैं. 75 सदस्यीय विधान परिषद में कई वर्षों से सीटें खाली रह जा रही थी. अब सभी सीटें फुल हो चुकी हैं. अब बिहार विधान परिषद् में 27 सदस्य बिहार विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से, 6 शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से, 6 स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से, 24 स्थानीय प्राधिकार से तथा 12 मनोनीत सदस्य हो गये हैं.
पिछले दिनों 24 सीटों पर हुए चुनाव में विजयी उम्मीदवारों को आज सदन की सदस्यता दी गयी. सदन के सभापति ने उन्हें सदन के सदस्य के रूप में शपथ दिलायी. सभी नवनिर्वाचित विधान पार्षदों ने शपथ ले ली. सदन की सदस्यता की शपथ इन्हें विधान परिषद के एनेक्सी हॉल में दिलायी गयी. इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, पूर्वी मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह, शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी सहित सदन के अन्य दूसरे सदस्य मौजूद थे. इस दौरान नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई दी गयी.
नवनिर्वाचित सदस्यों को बधाई देते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण हुआ. सभी लोगों को सरकार और संसदीय कार्य विभाग की तरफ से शुभकामना और बधाई है. सारे नवनिर्वाचित प्रतिनिधिगण संसदीय कार्यों के निष्पादन में रचनात्मक सहयोग करेंगे यही सरकार की उम्मीद है.
वहीं बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि जिस दायित्व के लिए उनका निर्वाचन हुआ है, उस दायित्व का बेहतर ढंग से निर्वहन करेंगे. बिहार के विकास के लिए काम करेंगे. भाजपा से बगावत कर छपरा से निर्दलीय चुनाव जीतने वाले सच्चिदानंद राय ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली.
शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार की जनता की सेवा करने की उन्होंने शपथ ली है. बिहार से बेरोजगारी दूर करने और पलायन को रोकने की भी शपथ उन्होंने ली है. भाजपा में लौटने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा यह कह पाना मुश्किल है. भाजपा नेता की ओर से बेगैरत कर के निकाले जाने के बयान पर उन्होंने कहा कि कौन किसे बेगैरत किया है. जिसे बेगैरत होना था वह हो चुका है.