पटना. अग्निपथ योजना के विरोध में असंगठित छात्रों से सोशल मीडिया के जरिए 18 जून को बंद बुलाया है. कई छात्र संघों ने इस बंद का समर्थन किया है. अब राष्ट्रीय जनता दल के साथ-साथ वाम दलों ने भी इस बंद का समर्थन कर दिया है. इस बंद में राजद व वामदलों के उतरने के साथ ही इस विरोध का राजनीतिकरण होने की संभावना बढ़ गयी है. इस योजना को लेकर बुरी तरह फंसी मोदी सरकार को अब बचने का रास्ता मिल सकता है. हालांकि जगदानंद सिंह ने कहा है कि इस बंद को महागठबंधन का सक्रिय नहीं बल्कि नैतिक समर्थन होगा.
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने शुक्रवार को वाम दलों के नेताओं के साथ साझा बयान जारी करते हुए यह एलान किया कि छात्रों की तरफ से बुलाये गये भारत बंद का समर्थन किया जायेगा. इसके साथ ही अब तक के छात्रों के आंदोलन के रूप में चल रहा विरोध राजनीतिक स्वरूप ले रहा है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी को अब यह कहने का मौका मिल जायेगा कि विपक्षी दल इस आंदोलन को प्रायोजित कर रहे हैं.
राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. छात्रों के मन में शंका ही नहीं बल्कि भारी आक्रोश है. छात्रों के आक्रोश व्यक्त करने के तरीकों पर भले ही किसी को मतभेद हो सकता है, लेकिन उनकी मांग पर किसी को मतभेद नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती का जो पुराना नियम था, उसी के तहत सेना में बहाली होनी चाहिए. उन्होंने भारत सरकार से इस नये अग्निपथ स्कीम को वापस लेने की मांग की.
उन्होंने कहा कि सरकार के सिर्फ यह कह देने से कुछ नहीं होगा कि यह आंदोलन भ्रमित लोगों का है, बल्कि छात्रों का यह आंदोलन अब वास्तविक स्वरूप ले चुका है. जगदानंद सिंह ने कहा कि छात्र जो भी संघर्ष का रास्ता अपनाएंगें, महागठबंधन को उनको नैतिक समर्थन है. उन्होंने कहा कि महागठबंधन छात्रों के साथ है. उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों से अपील की कि वे आंदोनल को ऐसा स्वरूप न दें कि देश को क्षति हो जाये. उन्होंने कहा कि 18 जून की बंदी का महागठबंधन नैतिक समर्थन करता है.
Prabhat Khabar App: देश-दुनिया, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस अपडेट, क्रिकेट की ताजा खबरे पढे यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए प्रभात खबर ऐप.
FOLLOW US ON SOCIAL MEDIA
Facebook
Twitter
Instagram
YOUTUBE